डीएम की योजना है कि लाइटिंग से संबंधित अत्याधुनिक उपकरणों का प्रयोग कर रात के समय महाबोधि मंदिर के मनोरम दृश्य को पर्यटकों के सामने पेश किया जाये, ताकि पर्यटकों का ध्यान महाबोधि मंदिर की ओर आकर्षित हो. इस बाबत विदेश की एक एजेंसी मई में बीटीएमसी में अपना प्रजेंटेशन रखेगी. इसके पीछे डीएम की योजना है कि अत्याधुनिक उपकरणों के लगने से ऊर्जा की भी खपत कम होगी. अर्थात कम ऊर्जा में महाबोधि मंदिर में बेहतर लाइटिंग व साउंड की व्यवस्था करने की कोशिश हो रही है.
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रात में और रोशन होगा महाबोधि मंदिर
विश्व हेरिटेज महाबोधि मंदिर की सुंदरता रात में और बढ़ाने को लेकर डीएम ने पहल शुरू की है. मंदिर परिसर में रात काे होनेवाली लाइटिंग को लेकर विदेश की एक एजेंसी मई में बीटीएमसी में अपना प्रेजेंटेशन रखेगी. इसके पीछे डीएम की योजना है कि अत्याधुनिक उपकरणों के लगने से ऊर्जा की भी खपत कम […]
विश्व हेरिटेज महाबोधि मंदिर की सुंदरता रात में और बढ़ाने को लेकर डीएम ने पहल शुरू की है. मंदिर परिसर में रात काे होनेवाली लाइटिंग को लेकर विदेश की एक एजेंसी मई में बीटीएमसी में अपना प्रेजेंटेशन रखेगी. इसके पीछे डीएम की योजना है कि अत्याधुनिक उपकरणों के लगने से ऊर्जा की भी खपत कम होगी. अर्थात कम ऊर्जा में महाबोधि मंदिर में बेहतर लाइटिंग व साउंड की व्यवस्था करने की कोशिश हो रही है.
बोधगया: महाबोधि मंदिर के दर्शन को लेकर देश-दुनिया के कोने-कोने से प्रति वर्ष लाखों लोग आते हैं. पर्यटकों को और आकर्षित करने के लिए महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति (बीटीएमसी) के द्वारा लगातार कोशिश की जा रही है. इसी योजना के तहत रात में महाबोध मंदिर में लाइटिंग की और बेहतर व्यवस्था करने पर बीटीएमसी के चयेरमैन सह डीएम कुमार रवि ने एक नयी पहल की है.
क्या कहते हैं डीएम : डीएम कुमार रवि ने बताया कि पर्यटन के दृष्टिकोण से महाबोधि मंदिर सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है. पर्यटकों का ध्यान महाबोधि मंदिर की ओर आकर्षित करने के लिए वहां बेहतर लाइटिंग की व्यवस्था करने की कोशिश की जा रही है. उद्देश्य है कि कम ऊर्जा में रात के समय महाबोधि मंदिर में लाइटिंग की बेहतर व्यवस्था की जाये, जो पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींचे. इससे संबंधित हर पहलु पर कामकाज किया जा रहा है. विदेशी एजेंसी भी संपर्क में हैं. लाइटिंग की बेहतर व्यवस्था करने को इच्छुक एक विदेशी एजेंसी मई महीने में बीटीएमसी में अपना प्रजेंटेशन रखेगी. डीएम ने बताया कि बेहतर लाइटिंग व साउंड सिस्टम को लेकर कुछ विदेशी दान-दाता भी संपर्क में हैं. उनसे भी बातचीत की जा रही है.
2008 में पर्यटन मंत्रालय ने की थी लाइटिंग की व्यवस्था : बीटीएमसी के सेक्रेटरी के सहायक गजेंद्र कुमार ने बताया कि पर्यटन मंत्रालय द्वारा महाबोधि मंदिर में 2008 में लाइटिंग की व्यवस्था की गयी थी. इसके बाद बीटीएमसी के द्वारा भी लाइटिंग की व्यवस्था की गयी. अब लाइटिंग को और आकर्षक बनाने की पहल की जा रही है.
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