शराब की लत ने पहुंचाया हॉस्पिटल

होली में शराब पीकर हुड़दंग करना कोई नयी बात नहीं है. इस बार भी लाख चौकसी के बाद भी शराब के नशे में मारपीट व बेलगाम तरीके से लोगों ने सड़कों पर गाड़ियां दौड़ायीं. इससे हादसों की संख्या भी बढ़ती गयी. गया : होली के दो दिनों में जिलेभर से गंभीर दुर्घटनाओं के 60 मरीज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2016 8:37 AM
होली में शराब पीकर हुड़दंग करना कोई नयी बात नहीं है. इस बार भी लाख चौकसी के बाद भी शराब के नशे में मारपीट व बेलगाम तरीके से लोगों ने सड़कों पर गाड़ियां दौड़ायीं. इससे हादसों की संख्या भी बढ़ती गयी.
गया : होली के दो दिनों में जिलेभर से गंभीर दुर्घटनाओं के 60 मरीज मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे. अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में दर्ज आंकड़ों के मुताबिक, 24 मार्च को 35 व 25 मार्च को 25 घायलों को इमरजेंसी में भरती कराया गया.
इनमें 10 की हालत गंभीर होने की वजह से उन्हें पीएमसीएच रेफर किया गया, जबकि एक की मौत हो गयी. इन सब के अलावा जिलेभर में और भी घटनाएं हुईं, लेकिन मगध मेडिकल में सभी मामले गंभीर ही अाये. इधर, जयप्रकाश नारायण अस्पताल के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, दो दिनों में यहां भी छोटे-बड़े लगभग 30 मामले आये. हालांकि, आंकड़े स्पष्ट नहीं हो सके.
ग्रामीण स्तर पर लोगों को करना होगा जागरूक: सड़क दुर्घटनाओं पर रोक के लिए लोगों को सतर्क करने के लिए लगातार अभियान चला रहे ‘युवा प्रयास’ के सदस्यों ने मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल व जेपीएन अस्पताल के अधिकारियों से मुलाकात कर अधिकतर दुर्घटनाओं के कारणों को जाना. अधिकारियों ने भी बताया कि अधिकतर मामले शराब पीकर गाड़ी चलाने के ही हैं. ‘युवा प्रयास’ के सदस्य शमीम व सतीश ने बताया कि शहर से ज्यादा ग्रामीण इलाके से रोड एक्सीडेंट के मामले मिले हैं. ऐसे में अब प्रखंड स्तर पर भी लोगों को रोड सेफ्टी के प्रति जागरूक करने की जरूरत होगी. ‘युवा प्रयास’ जल्द ही इस पर प्लानिंग शुरू करेगा.
सीटी स्कैन मशीन भी खराब: शुक्रवार को सीटी स्कैन मशीन में आयी खराबी ने अस्पताल प्रबंधन की चिंता बढ़ा दी है.
हालांकि, राहत इस बात की है कि शुक्रवार को मशीन खराब होने के बाद से अब तक अस्पताल में कोई गंभीर मामला नहीं आया है. अस्पताल अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, सीमेंस कंपनी की यह मशीन शुक्रवार की दोपहर खराब हुई. इसमें से निकलनेवाली प्रिंटिंग रिपोर्ट में परेशानी आने लगी. कंपनी के अधिकारियों को सूचना दे दी गयी है, आॅनलाइन तकनीशियनों की मदद से मरम्मत का काम भी शुरू कर दिया गया.

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