आरोप: नगर निगम के कनीय अभियंता ने की मारपीट, गाली-गलौज भी पंपकर्मी ने खाया जहर, गंभीर
गया: जल पर्षद निगम के एक कर्मचारी (पंपचालक) सागर कुमार ने ड्यूटी के दौरान जहर खा लिया. इसे देख मौके पर रहे लोगों ने उसे अानन-फानन में जयप्रकाश नारायण अस्पताल पहुंचाया. हालांकि, कुछ दवाई व इंजेक्शन देकर उसे बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया. उसकी हालत खतरे से बाहर बतायी […]
गया: जल पर्षद निगम के एक कर्मचारी (पंपचालक) सागर कुमार ने ड्यूटी के दौरान जहर खा लिया. इसे देख मौके पर रहे लोगों ने उसे अानन-फानन में जयप्रकाश नारायण अस्पताल पहुंचाया. हालांकि, कुछ दवाई व इंजेक्शन देकर उसे बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया. उसकी हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है. इस बाबत सागर कुमार से मगध मेडिकल थाने की पुलिस ने बयान लिया.
बेवजह हाजिरी काटने का आरोप
मेडिकल कॉलेज में सागर कुमार ने बताया कि निगम के कनीय अभियंता दिनकर प्रसाद सात दिन से लगातार पंप पर आकर परेशान कर रहे थे. बेवजह ही हाजिरी काट देते हैं. उसने बताया कि बुधवार को 10 बजे अपनी ड्यूटी पर (नयी गोदाम पंप) तैनात था. पंप चालू कर कुछ काम के लिए डिप्टी मेयर के घर चला गया.
थोड़ी ही देर बाद पंप पर लौटा, तो दिनकर प्रसाद वहां पर मौजूद मिले. उन्होंने पूछताछ की. उसने डिप्टी मेयर के घर जाने की बात बतायी, पर उन्होंने एक नहीं सुनी और गाली ग्लौज करने लगे. उन्होंने मारपीट भी की. सागर कुमार ने बताया कि लगातार परेशान करने व आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने से आहत होकर उसने आत्महत्या की कोशिश की. श्री कुमार ने बताया कि पहले भी दुर्व्यवहार की बात अधिकारियों व घरवालों से की थी. किसी ने नहीं सुनी. इधर, सागर की मां निर्मला देवी ने बताया कि उनका बेटा घर में आकर दिनकर प्रसाद की शिकायत करता था. मामले को कभी गंभीरता से नहीं लिया. इसी का परिणाम है कि उनका बेटा जीवन व मौत में झूल रहा है.