प्री-पीएचडी टेस्ट की बाध्यता खत्म

कुलपति आवास पर हुई सिंडिकेट की बैठक में कई निर्णय लिये गये़ इनमें स्टूडेंट्स वेलफेयर में कई निर्णय शामिल हैं. कॉलेजों व कोर्सों से जुड़ीं बातों पर भी विचार-विमर्श किया गया. बोधगया : गया शहर स्थित कुलपति आवास पर शनिवार को कुलपति प्रो (डॉ) मोहम्मद इश्तियाक की अध्यक्षता में सिंडिकेट की बैठक हुई. इसमें सिंडिकेट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2016 8:41 AM
कुलपति आवास पर हुई सिंडिकेट की बैठक में कई निर्णय लिये गये़ इनमें स्टूडेंट्स वेलफेयर में कई निर्णय शामिल हैं. कॉलेजों व कोर्सों से जुड़ीं बातों पर भी विचार-विमर्श किया गया.
बोधगया : गया शहर स्थित कुलपति आवास पर शनिवार को कुलपति प्रो (डॉ) मोहम्मद इश्तियाक की अध्यक्षता में सिंडिकेट की बैठक हुई. इसमें सिंडिकेट सदस्य के रूप में मौजूद पीएचइडी मंत्री सह प्रभारी मंत्री डॉ कृष्णनंदन वर्मा, प्रति कुलपति प्रो कृतेश्वर प्रसाद व रजिस्ट्रार डॉ सीताराम सिंह की मौजूदगी में एमयू व उससे जुड़े कॉलेजों व विद्यार्थियों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये. अब नेट क्वालिफाइड विद्यार्थियों को पीएचडी करने के लिए प्री-पीएचडी टेस्ट में शामिल होने की बाध्यता नहीं होगी.
आरक्षित वर्ग के शोधार्थियों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के गाइडलाइन के अनुसार सुविधा देने पर सैद्धान्तिक रूप से निर्णय लिया गया.
संबद्ध महाविद्यालयों में पोस्टेड, वैसे स्थायी शिक्षक जिनकी नियुक्ति की सहमति कॉलेज सेवा आयोग से प्राप्त है, उन्हें शोध से संबंधित कार्य करने के लिए अधिकृत करने का निर्णय लिया गया. इसके अतिरिक्त महाविद्यालयों में स्नातक स्तर पर अंगरेजी को मुख्य विषय के रूप में पढ़ाई शुरू करने का निर्णय पर सभी सिंडिकेट सदस्यों ने अपनी सहमति जतायी. उक्त बातें एमयू के मीटिंग इंचार्ज डॉ शैलेंद्र कुमार ने बतायीं.
कई अन्य निर्णयों को भी हरी झंडी
एमयू के मीटिंग इंचार्ज डॉ शैलेंद्र कुमार ने बताया कि सभी महाविद्यालयों में स्नातक स्तर पर पर्यावरण विज्ञान की पढ़ाई सत्र 2016-17 से प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया. स्नातक करनेवाले हर विद्यार्थियों को 50 अंक का पर्यावरण विज्ञान की परीक्षा देनी होगी. मीटिंग इंचार्ज ने बताया कि यूजीसी द्वारा अनुशंसित विभिन्न महाविद्यालयों में चलाये जा रहे कैरियर ओरियेंटेड एड ऑन कोर्स की मॉनीटरिंग के लिए एमयू के सीसीडीसी प्रो उपेंद्रनाथ वर्मा की अध्यक्षता में एक विशेष कमेटी गठित पर सिंडिकेट सदस्यों ने मुहर लगायी.
साथ ही, कैरियर ओरियेंटेड एड ऑन कोर्स से संबंधित डिग्री प्रमाणपत्र में संबंधित कॉलेजों के प्रिंसिपल के साथ-साथ एमयू के रजिस्ट्रार का भी हस्ताक्षर होने के मामले पर मुहर लगा दी.
मीटिंग इंचार्ज ने बताया कि विश्वविद्यालय स्तर पर वोकेशनल व बीएड कोर्स की बेहतर मॉनीटरिंग के लिए अलग-अलग सेल का गठन करने का निर्णय लिया गया. वहीं, सेवानिवृत्त प्रो (डॉ) एसएन सिंह को नालंदा कॉलेज बिहारशरीफ में स्थित मगध विश्वविद्यालय की शाखा को प्रभारी के रूप में नियुक्त किये जाने पर सिंडिकेट सदस्यों ने मुहर लगा दी.

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