कर्मचारी संघ हमेशा कर्मचारियों की हित में काम करता रहा है. इसी क्रम में वर्षों से लंबित एसीपी/एमसीपी योजना का लाभ कर्मचारियों को दिलाया गया. याद रहे कि इस आर्थिक उन्नयन योजना का लाभ बिहार में सबसे पहले मगध विश्वविद्यालय में ही लागू हुआ है. आज भी किसी दूसरे विश्वविद्यालय में इसका लाभ नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों को वरदी भत्ता के रूप में धुलाई भत्ता का संशोधन करा कर प्रतिमाह 100 रुपये कराया गया है.
कार्यकारिणी के प्रयास से लागू किया गया संशोधित निर्णय बिहार में सिर्फ एमयू में ही लागू है. इतना ही नहीं, चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों को हो रही अनियमित वरदी आपूर्ति को कर्मचारी संघ की कार्यकारिणी के कार्यकाल में किये गये सतत प्रयास से नियमित आपूर्ति करायी गयी है. उन्होंने कहा कि एमयू सेवा में लगे विभिन्न श्रेणियों के कर्मचारियों को प्रोन्नति आवश्यक है. इस बाबत आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. इसके परिणाम निकट भविष्य में आने की संभावना है. इस दौरान कर्मचारी संघ के पूर्व महासचिव अमरनाथ पाठक ने भी अपनी बातों को जोरदार तरीके से रखा और अपने कार्यकाल में कर्मचारियों के हित में किये गये कार्यों को गिनाया. इस दौरान कोषाध्यक्ष विकास रंजन वर्णवाल ने एमयू शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के आय व व्यय से संबंधित बातों को रखा. उन्होंने बताया कि वर्तमान में मगध विश्वविद्यालय शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के बचत खाते में एक लाख 26 हजार 120 रुपये उपलब्ध हैं. साथ ही सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में 11 लाख 94 हजार 496 रुपये फिक्सड डिपोजिट हैं.
14 जून की शाम पांच बजे तक उम्मीदवारों के नाम का अंतिम प्रकाशन कराया जायेगा. 22 जून को मतदान होगा. साथ ही 23 जून की सुबह आठ बजे से मतों की गिनती शुरू हो जायेगी. उन्होंने बताया कि मगध विश्वविद्यालय शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, संयुक्त सचिव, सहायक सचिव व कोषाध्यक्ष और आठ सदस्य पदों के लिए चुनाव कराया जायेगा.