आत्मज्ञान की प्राप्ति के लिए साधना जरूरी

बोधगया: रामाश्रम सत्संग, मथुरा के उपकेंद्र गया द्वारा शुक्रवार को मगध विश्वविद्यालय कैंपस में तीन दिवसीय ध्यान-चिंतन साधना शिविर का शुभारंभ हुआ. इसमें विभिन्न राज्यों से लगभग पांच हजार से ज्यादा साधक शामिल हो रहे हैं. प्रवचन में कहा गया कि भौतिक ज्ञान व संपदा से जीवन आनंदमयी या शांतिमय नहीं होता है. इसके लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 28, 2013 9:47 AM

बोधगया: रामाश्रम सत्संग, मथुरा के उपकेंद्र गया द्वारा शुक्रवार को मगध विश्वविद्यालय कैंपस में तीन दिवसीय ध्यान-चिंतन साधना शिविर का शुभारंभ हुआ. इसमें विभिन्न राज्यों से लगभग पांच हजार से ज्यादा साधक शामिल हो रहे हैं.

प्रवचन में कहा गया कि भौतिक ज्ञान व संपदा से जीवन आनंदमयी या शांतिमय नहीं होता है. इसके लिए आत्मज्ञान प्राप्त करना आवश्यक है. वक्ताओं ने कहा गया कि समर्थ गुरु परमसंत डॉ चतुभरुज सहाय जी महाराज ने आत्मज्ञान की प्राप्ति के लिए सरल व शीघ्र फलदायक साधना शैली अपने अनुभवों के आधार पर तैयारी की है. इसी आध्यात्मिक साधना के गूढ़ अनुभवों का ज्ञान करने के लिए यह ध्यान-चिंतन साधना शिविर का आयोजन किया गया है.

साधकों को ध्यान-चिंतन का मर्म समझाने के लिए मथुरा से आलोक कुमार, टुंडला से प्रभुदयाल शर्मा व कृष्णकांत शर्मा, भिलाई से कुंज बिहारी सिंह, अमेरिका से संजीव कुमार, जयपुर से अमित कुमार, शेरघाटी(गया) से डॉ शिवशंकर प्रसाद, पटना से सुधीर सहाय, लखनऊ से एसपी शर्मा व सुंदर लाल, गया से मलकिनी जी व डॉ ऋषि कुमार भी शामिल हो रहे हैं.

देशभर से जुटे हजारों साधक: शुक्रवार की सुबह नौ बजे भजन व प्रवचन के साथ शिविर का आगाज हुआ. यह कार्यक्रम पूर्वाह्न् 11 बजे तक चला. शाम को 6:30 से 8:30 तक साधना किया गया. शनिवार को सुबह नौ से 11 व शाम 6:30 से 8:30 बजे तक साधना किया जायेगा. रविवार को इसका समापन होगा. शिविर परिसर में आध्यात्मिक पुस्तकों की बिक्री भी हो रही है. शिविर में पंजाब, उत्तराखंड, दिल्ली, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, उतर प्रदेश, बिहार व छत्तीसगढ़ के महिला-पुरुष साधक आये हैं.

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