कभी गांधी जी भी पीते थे ताड़ी, प्रतिबंध गलत : मांझी

पटना / गया : बिहार में पूर्ण शराब बंदी के बाद ताड़ी पर लगे प्रतिबंध को लेकर बयानों का दौर लगातार जारी है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पहले भी ताड़ी प्रतिबंध के विरोध में बयान दे चुके हैं. एक बार फिर उन्होंने ताड़ी की वकालत करते हुए कुछ ऐसा बोल गये जिससे एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2016 2:44 PM

पटना / गया : बिहार में पूर्ण शराब बंदी के बाद ताड़ी पर लगे प्रतिबंध को लेकर बयानों का दौर लगातार जारी है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पहले भी ताड़ी प्रतिबंध के विरोध में बयान दे चुके हैं. एक बार फिर उन्होंने ताड़ी की वकालत करते हुए कुछ ऐसा बोल गये जिससे एक बार फिर सियासत तेज होने का अनुमान लगाया जा रहा है. गया सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के क्रम में मांझी ने कहा कि ताड़ी जिसे नीरा भी कहते हैं का उपयोग गांधी जी भी करते थे. ऐसे में इसे शराब की श्रेणी में लाकर प्रतिबंधित करना समझ से परे है.

नीतीश पर भड़के मांझी

हम के नेता जीतन राम मांझी ने नीतीश सरकार के उस आदेश आड़े हाथो लिया जिसमें ताड़ी पर प्रतिबंध की बात कही गयी है. मांझी ने यह भी कहा कि जो ताड़ी में मिलावट करते हैं उनपर कार्रवाई होनी चाहिए ना कि ताड़ी को ही प्रतिबंधित कर देना चाहिए. मांझी का मानना है कि उसके आधार पर तो दूध और मिठाई के साथ मिड-डे मिल भी प्रतिबंधित कर देना चाहिए क्योंकि इसमें भी लोग मिलावट करते हैं. ताड़ी पर भी यही कानून लागू होता है.

पासी समाज कर रहा है विरोध

गौरतलब हो कि सरकार ने पूर्ण शराबबंदी के बाद ताड़ी की सार्वजनिक बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया था. उसे लेकर पासी समाज के लोग काफी खफा हैं.आये दिन धरना और प्रदर्शन जारी है. अभी हाल में गर्दनीबाग में भारी संख्या में पासी समाज के लोगों ने एक सभा कर ताड़ी पर से प्रतिबंध हटाने की मांग की थी.

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