भिंडी की खेती से जिंदगी संवार रहे मदनपुर के कई किसान
मदनपुर: किसान कम समय में भिंडी खेती कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहे हैं. मदनपुर प्रखंड क्षेत्र के पड़रिया व खिरियावा गांव में कई एकड़ में भिंडी की खेती की जा रही है. पड़रिया के किसान राम भजन साव, रामचंद्र यादव, वीरेंद्र यादव व दिलीप सिंह तीन बीघे में वर्षों से भिंडी की खेती कर […]
मदनपुर: किसान कम समय में भिंडी खेती कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहे हैं. मदनपुर प्रखंड क्षेत्र के पड़रिया व खिरियावा गांव में कई एकड़ में भिंडी की खेती की जा रही है. पड़रिया के किसान राम भजन साव, रामचंद्र यादव, वीरेंद्र यादव व दिलीप सिंह तीन बीघे में वर्षों से भिंडी की खेती कर रहे हैं. किसानों ने बताया कि इसकी खेती के लिए पहले पटवन कर खेत को तैयार किया जाता है. इसके बाद तैयार खेत को अच्छी तरह से जुताई की जाती है. 200 ग्राम प्रति कट्ठे की दर से बीज की बुआई की जाती है. उसके बाद फिर खेत की जुताई की जाती है और यूरिया डाल कर खेत का पटवन किया जाता है.
60 दिन के पूरे फसल चक्र में एक बार निकौनी व 15 दिन पर सिंचाई की आवश्यकता होती है. इस क्रम में बीच-बीच में रासायनिक खाद डाला जाता है. भिंडी के पौधे में मुख्य रूप से कीट लगने की बीमारी होती है. इससे निजात पाने के लिए कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जाता है.
किसानों ने बताया कि प्रति बिगहा 30 हजार की लागत पर कम-से-कम 60 हजार रुपये की आमदनी होती है, जो दाम पर निर्भर करता है. भिंडी की उपज प्रति बीघा दो क्विंटल होती है. तैयार फसल को स्थानीय बाजार खिरियावां, मदनपुर या बाहर बेचा जाता है. किसानों का मानना है कि भिंडी के लिए यहां की भूमि उपर्युक्त है. हमलोग मुख्य रूप से इस खेती से अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं.