नौ कॉलेजों की संबद्धता को एमयू ने दी संजीवनी

बोधगया: मगध विश्वविद्यालय (एमयू) के अधीन आनेवाले नौ कॉलेजों की संबद्धता पर खतरा मंडरा रहा है. एमयू प्रशासन ने छात्रहित में उनके संबंद्धन विस्तार को लेकर संजीवनी दी है और कॉलेज प्रशासन को एक माह के अंदर संबंधित कॉलेज में प्रयोगशाला व लाइब्रेरी सहित अन्य आधारभूत संरचना को दुरुस्त करने का निर्देश दिया है. उक्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2016 9:40 AM
बोधगया: मगध विश्वविद्यालय (एमयू) के अधीन आनेवाले नौ कॉलेजों की संबद्धता पर खतरा मंडरा रहा है. एमयू प्रशासन ने छात्रहित में उनके संबंद्धन विस्तार को लेकर संजीवनी दी है और कॉलेज प्रशासन को एक माह के अंदर संबंधित कॉलेज में प्रयोगशाला व लाइब्रेरी सहित अन्य आधारभूत संरचना को दुरुस्त करने का निर्देश दिया है.

उक्त मसले को विगत 31 मार्च को एमयू परिसर में कुलपति प्रो (डॉ) मोहम्मद इश्तियाक की अध्यक्षता में हुई संबंद्धन कमेटी, कुलपति आवास पर दो अप्रैल को हुई सिंडिकेट व राजगीर में 10 अप्रैल को हुई सीनेट की बैठक में उठाया गया था. सभी सदस्यों ने विचार-विमर्श कर उक्त मसले को लेकर एक कमेटी का गठन करने का निर्णय लिया गया था. कुलपति के निर्देश पर कमेटी के गठन को लेकर अब नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है.

इस कमेटी में सिंडिकेट सदस्य प्रो एनके शास्त्री, सिंडिकेट सदस्य डॉ अरुण कुमार सिंह, कॉलेज इंस्पेक्टर डॉ शैलेंद्र कुमार व डॉ सुशील कुमार को शामिल किया गया है.

उक्त विषय पर एमयू के सूचना व जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ शैलेंद्र कुमार ने बताया कि एमयू के अधीन आनेवाले नौ कॉलेजों में आधारभूत संरचना की कमी के कारण उन पर संबंद्धन विस्तार नहीं होने का खतरा मंडरा रहा था. लेकिन, छात्रहित व कॉलेज से जुड़े शिक्षकों व कर्मचारियों के हित को ध्यान में रखते हुए सत्र 2015-16 तक उन कॉलेजों के संबंद्धन विस्तार पर विचार-विमर्श किया जा रहा है. कॉलेज प्रशासन को 30 दिनों के अंदर प्रयोगशाला व लाइब्रेरी सहित अन्य आधारभूत संरचना को दुरुस्त करने का निर्देश दिया है. आधारभूत संरचना को दूरुस्त करने से संबंधित रिपोर्ट संबंधित कॉलेज द्वारा पेश करने पर गठित की गयी उक्त कमेटी जांच करेगी. कमेटी की अनुशंसा पर ही कॉलेजों के संबंद्धन विस्तार पर कार्रवाई की जायेगी.

Next Article

Exit mobile version