बुद्ध जयंती में शामिल होंगे राज्यपाल
बोधगया: बोधगया में 21 मई को आयोजित होनेवाली भगवान बुद्ध की 2560 वीं जयंती में गवर्नर रामनाथ कोविंद शिरकत करेंगे. इस बाबत महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति (बीटीएमसी) के कार्यालय को गवर्नर हाउस से हरी झंडी मिल गयी है. जयंती की तैयारी को लेकर बीटीएमसी के अध्यक्ष सह डीएम कुमार रवि व सेक्रेटरी एन दोरजे लगातार […]
बोधगया: बोधगया में 21 मई को आयोजित होनेवाली भगवान बुद्ध की 2560 वीं जयंती में गवर्नर रामनाथ कोविंद शिरकत करेंगे. इस बाबत महाबोधि मंदिर प्रबंधकारिणी समिति (बीटीएमसी) के कार्यालय को गवर्नर हाउस से हरी झंडी मिल गयी है. जयंती की तैयारी को लेकर बीटीएमसी के अध्यक्ष सह डीएम कुमार रवि व सेक्रेटरी एन दोरजे लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. इसमें करीब 10 हजार बौद्ध श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है.
तैयारियों को लेकर डीएम संबंधित अधिकारियों व बीटीएमसी के सदस्यों के साथ जल्द ही एक और बैठक करनेवाले हैं. इसकी तैयारियों को लेकर 16 अप्रैल को एक बैठक हो चुकी है. बीटीएमसी के सेक्रेटरी के पीए गजेंद्र कुमार ने बताया कि जयंती के अवसर पर 21 मई की सुबह सात बजे बोधगया स्थित 80 फुट प्रतिमा के पास से शोभायात्रा निकाली जायेगी. इसमें सभी मोनास्टरी के वरीय प्रतिनिधि, पर्यटक, बौद्ध श्रद्धालु के साथ-साथ स्कूली बच्चे शामिल होंगे. श्रीलंका से आनेवाले विद्यार्थी शोभायात्रा के दौरान उत्कृष्ट नृत्य का प्रदर्शन करेंगे. शोभायात्रा महाबोधि मंदिर तक आयेगी.
बोधिवृक्ष के नीचे अखिल भारतीय भिक्षु संघ के भंते प्रज्ञादीप के द्वारा त्रिशरण पंचशील का सूत्र पाठ कराया जायेगा और फिर मुख्य अतिथि की मौजूदगी में बौद्ध भिक्षुओं को संघदान व चीवर दान किया जायेगा. साथ ही प्रज्ञा मैगजीन का लोकार्पण भी किया जायेगा. उन्होंने बताया कि बुद्ध जयंती को लेकर बोधगया
स्थित सभी विदेशी मोनास्ट्री के प्रमुखों को अपने-अपने मोनास्ट्री को रंग- बिरंगे कपड़े व अन्य संसाधन से सजावट करने की अपील की गयी है. साथ ही जगह-जगह पर तोरण द्वार भी लगाये जायेंगे. शाम चार बजे बकरौर स्थित सुजाता मंदिर में प्रार्थना सभा होगी और शाम साढ़े पांच बजे महाबोधि मंदिर में कैंडल लाइट व ऊपरी परिक्रमा पथ का भ्रमण किया जायेगा. 20 व 21 की रात 11 बजे तक मंदिर खोले रखने की मांग सूत्रों के अनुसार, बुद्ध जयंती को लेकर श्रद्धालुओं ने 20 व 21 मई की रात 11 बजे तक महाबोधि मंदिर में श्रद्धालुओं के भ्रमण व पूजा-पाठ की अनुमति बीटीएमसी से मांगी है. बीटीएमसी ने उक्त प्रस्ताव को महाबोधि मंदिर सुरक्षा समिति के पास भेज दिया है. लेकिन, अबतक उसपर कोई निर्णय नहीं हो सका है.