मंदिर परिसर में लगा मार्बल पेड़ पौधों के लिए हानिकारक : डॉ हर्ष

बोधगया: महाबोधि मंदिर परिसर में फर्श पर लाखों रुपये की लागत से लगा मार्बल ही अब पेड़-पौधों के लिए हानिकारक साबित हो रहा है. इसका खुलासा सोमवार को देहरादून स्थित वन अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक डॉ एनएसके हर्ष ने महाबोधि मंदिर परिसर स्थित पवित्र बोधिवृक्ष के स्वास्थ्य की जांच करने के दौरान किया. इस दौरान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2016 9:35 AM
बोधगया: महाबोधि मंदिर परिसर में फर्श पर लाखों रुपये की लागत से लगा मार्बल ही अब पेड़-पौधों के लिए हानिकारक साबित हो रहा है. इसका खुलासा सोमवार को देहरादून स्थित वन अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक डॉ एनएसके हर्ष ने महाबोधि मंदिर परिसर स्थित पवित्र बोधिवृक्ष के स्वास्थ्य की जांच करने के दौरान किया. इस दौरान वहां मौजूद बोधगया मंदिर प्रबंधकारिणी समिति (बीटीएमसी) के सेक्रेटरी एन दोरेजे से डॉ हर्ष ने कहा कि पेड़-पौधों की सलामती के लिए दिन में दो बार मार्बल पर पानी डाल कर उसे ठंडा करना जरूरी है.

इन दिनों पड़ रहे भीषण गरमी से महाबोधि मंदिर परिसर में फर्श पर लगे मार्बल काफी गरम हो जा रहे हैं. इसका असर परिसर में लगे पेड़-पौधों पर पड़ रहा है. इसके कारण पत्तियां झुलस जा रही है और समय से पहले से टूट कर गिर रही हैं. डॉ हर्ष ने पेड़-पौधों से टूट कर गिरी पत्तियों को सेक्रेटरी को दिखाया. उन्होंने कहा कि फिलहाल एक-डेढ़ माह तक महाबोधि मंदिर परिसर व लाल पत्थर को दिन में दो बार पानी से ठंडा जरूर किया जाये. इससे आसपास के वातावरण में थोड़ी नमी आयेगी और उसका असर पेड़-पौधों पर पड़ेगा.

बदली जायेगी मिट्टी : बोधिवृक्ष के स्वास्थ्य पर वैज्ञानिक डॉ हर्ष ने संतोष जताया. लेकिन, गरमी को देखते हुए बोधिवृक्ष की जड़ों तक ठंडक पहुंचाने के दृष्टिकोण से उसके सामने स्थित मैदान की मिट्टियों की गुड़ाई कर बालू युक्त मिट्टी डालने का सुझाव दिया. साथ ही बोधवृक्ष की जड़ के पास स्थित मिट्टियों की गुड़ाई करने व उसमें कंपोस्ट मिलने की बात कहीं.
आज होगा न्यूट्रियन का छिड़काव
बोधिवृक्ष के स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए मंगलवार को वैज्ञानिक डॉ हर्ष छिड़काव न्यूट्रियन का करेंगे. सेक्रेटरी के पीए गजेंद्र कुमार बबलू ने बताया कि बोधिवृक्ष के बेहतर स्वास्थ्य को लेकर अन्य ठोस कदम भी उठाये जायेंगे. उन्होंने बताया कि बोधिवृक्ष के स्वास्थ्य की देखरेख को लेकर 2016 में देहरादून स्थित वन अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक डॉ एनएसके हर्ष के साथ अगले 10 वर्षों के लिए बीटीएमसी के साथ एग्रीमेंट हुआ है. इन एग्रीमेंट के तहत वैज्ञानिक डॉ हर्ष का यह पहला दौरा है.

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