व्यवसायी पुत्र हत्याकांड के विरोध में सोमवार को गया शहर बंद रहा.वहीं, आइजी ने कहा कि यदि रॉकी को भगाने में विधान पार्षद मनोरमा देवी की संलिप्तता पायी गयी, तो उन पर भी कार्रवाई होगी. इधर उनके पति बिंदी यादव व बॉडीगार्ड को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
गया : व्यवसायी पुत्र हत्याकांड में मुख्य आरोपित रॉकी यादव के पिता बिंदी यादव (पूर्व जिला पार्षद) को कोर्ट ने सोमवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. एसीजेएम संजय कुमार झा की अदालत में बिंदी यादव और हत्या के दौरान राॅकी के साथ रहे विधान पार्षद मनोरमा देवी (रॉकी की मां) के सरकारी अंगरक्षक राजेश कुमार काे पेश किया गया. सुनवाई के बाद कोर्ट ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इधर मंगलवार को विधान पार्षद मनोरमा देवी के घर की कुर्की-जब्ती हो सकती है. जांच टीम में शामिल एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, राॅकी यादव को सरेंडर का अल्टीमेटम दिया गया है. सरेंडर नहीं करने की स्थिति में मंगलवार को पुलिस कोर्ट से आदेश लेकर उसके घर की कुर्की-जब्ती प्रक्रिया शुरू करेगी. जानकारी के मुताबिक, बिंदी यादव पर धारा 341, 307, 323, 34, 27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. इधर, घटना के वक्त पाइप व्यवसायी श्यामसुंदर सचदेवा के बेटे आदित्य सचदेवा के साथ रहे उसके चार दोस्त मोहम्मद नासिर, मोहम्मद कैफी, अंकित कुमार व आयुष अग्रवाल प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अदालत में पेश हुए. सभी का 164 के तहत बयान दर्ज किया गया.
मैं करा देता बेटे को सरेंडर, नहीं दिया मौका : बिंदी : 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के फैसले के बाद कोेर्ट से बाहर निकले बिंदी यादव ने कहा- घटना के 24 घंटे के अंदर अपने बेटे रॉकी को सरेंडर करा देता, लेकिन पुलिस ने मौका ही नहीं दिया. उसे कहीं से ढूंढ़ कर लाता, लेकिन अब जेल से ऐसा कर पाना मेरे लिए काफी मुश्किल होगा. इसके बावजूद परिवार के अन्य सदस्य जुटे हुए हैं. उसे जरूर सरेंडर करायेंगे. आपराधिक मामलों के सवाल पर बिंदी ने कहा कि अब तक मेरे खिलाफ जितने भी मामले हैं, उनमें प्रशासन की ओर से ही एफआइआर करायी गयी है. कभी किसी पब्लिक ने मेरे खिलाफ थाने या कोर्ट में शिकायत नहीं की. इससे साफ होता है कि मुझे हर बार राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जाता रहा है.
हत्या के िवरोध में बंद रहा पूरा गया शहर
व्यवसायी पुत्र आदित्य सचदेवा की हत्या के विरोध में सोमवार को पूरा गया शहर गुस्से में रहा. मुख्य आरोपित रॉकी यादव की अब तक गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज लोगों ने आगजनी कर शहर के लगभग सभी रास्ते बंद कर दिये. व्यवसायी सड़क पर तो नहीं आये, लेकिन उन्होंने दुकानें बंद रखीं. एनडीए द्वारा आहूत बंद के दौरान सुबह नौ बजे से शुरू हुआ प्रदर्शन दोपहर तक जारी रहा. विधानसभा में विपक्ष के नेता डाॅ प्रेम कुमार के नेतृत्व में एनडीए के नेताओं ने पूरे शहर में घूम-घूम कर सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं, विद्यार्थी परिषद व छात्र हम के कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर उग्र प्रदर्शन किया. काशीनाथ मोड़, बारी रोड मोड़, बाटा मोड़, स्टेशन रोड व गेवाल बिगहा रोड समेत कई जगह सड़कों पर आगजनी की. उन्होंने सभी गाड़ियों को रोक दिया. रास्ते से गुजर रही हर पुलिस गाड़ी को रोक कर युवक उस पर चढ़ गये व पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. जंकशन पर गया-किउल पैसेंजर को भी पांच मिनट तक रोके रखा. दोपहर एक बजे के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने के बाद राहत की सांस ली.
आरोपित रॉकी ने सरेंडर नहीं किया, तो संपत्ति होगी कुर्क: आइजी
मुख्य आरोपित एमएलसी मनोरमा देवी के बेटे रॉकी यादव को पकड़ने के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. फरार रॉकी के खिलाफ वारंट जारी करने का अनुरोध भी कोर्ट से किया गया है. रॉकी के सामने नहीं आने पर संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. यह जानकारी आदित्य हत्याकांड के सिलसिले में गया पहुंचे जाेनल आइजी नैयर हसनैन खां ने सोमवार को घटना की समीक्षा बैठक के दौरान दी. आइजी ने डीआइजी सौरभ कुमार, एसएसपी गरिमा मलिक, सिटी एसपी अवकाश कुमार, सिटी डीएसपी आलोक कुमार व रामपुर थाने के इंस्पेक्टर गौरी शंकर गुप्ता के साथ बैठक कर घटना के संदर्भ में वर्तमान स्थिति की जानकारी लेने के साथ ही मुख्य आरोपित रॉकी यादव की गिरफ्तारी के लिए की जा रही छापेमारी को लेकर विचार-विमर्श किया. आइजी ने बताया कि रॉकी के पिता बिंदी यादव व रॉकी के साथ रहे उसकी मां (विधान पार्षद मनोरमा देवी) के सरकारी गार्ड को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है. अब फरार रॉकी व एक अन्य की गिरफ्तारी के लिए आठ सदस्यीय एसआइटी का गठन किया गया है व संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. अपराध करनेवालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा. रॉकी को गिरफ्तार करने में पुलिस जुटी है. उसकी संपत्ति कुर्क करने की इजाजत भी कोर्ट से मांगी जा रही है.
एमएलसी की भूमिका की भी हो रही जांच : आइजी ने कहा कि आरोपित रॉकी को छुपाने या भगाने में अगर एमएलसी मनोरमा देवी की भी संलिप्तता पायी जाती है, तो उन पर भी कार्रवाई की जायेगी. फिलहाल, इस मामले का डीआइजी व एसएसपी की देखरेख में अनुसंधान जारी है. साथ ही रॉकी व उसके सहयोगी को पकड़ने के लिए एक टीम को दिल्ली रवाना कर दिया गया है. अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है. आइजी ने बताया कि आरोपितों के पकड़े जाने के बाद स्पीडी ट्रायल चला कर आरोप तय किया जायेगा.
घटना में सहभागी रहा सुरक्षा गार्ड : आइजी नैयर हसनैन खां ने कहा कि रॉकी यादव के साथ रहे सरकारी सुरक्षा गार्ड ने कर्तव्यों का पालन नहीं करते हुए अपनी मौजूदगी में गोलीबारी की घटना होने दी. उसने रॉकी को गोली चलाने से नहीं रोका व आदित्य सहित उसके दाेस्तों की गाड़ी को ओवरटेक कर रुकवाने में भी रॉकी का सहयोग किया. उन्होंने कहा कि एक पुलिसकर्मी को हर वक्त अपराध को रोकने की दिशा में प्रयास करना चाहिए. पर, एमएलसी का बॉडीगार्ड राजेश कुमार ने ऐसा नहीं किया. गौरतलब है कि घटना में संलिप्तता पाये जाने के बाद ही बॉडीगार्ड को निलंबित कर दिया गया है.