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PitruPaksh 2024: मेला क्षेत्र में लगेंगे 80 स्वास्थ्य शिविर, 5 मोबाइल रिस्पांस टीमें 24 घंटे रहेंगी तैनात

पितृ पक्ष मेला की तैयारी शुरू हो गयी है. इस मेला क्षेत्र में लगने वाले शिविरों और अस्पतालों में 310 स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहेंगे, 14 एंबुलेंस उपलब्ध रहेंगी, एक्टिव मरीजों की सुविधा के लिए जेपीएन अस्पताल में चार स्वास्थ्य नियंत्रण कक्ष स्थापित किये जायेंगे.

PitruPaksh 2024: मोक्ष नगरी गया जी में 17 सितंबर से पितृ पक्ष मेला शुरू होगा और 2 अक्टूबर तक चलेगा. इसे देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. स्वास्थ्य विभाग ने बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने की रणनीति तैयार की है. सिविल सर्जन डॉ रंजन कुमार सिंह ने बताया कि मेला क्षेत्र में 80 हेल्थ कैंप लगाये जायेंगे. इन स्वास्थ्य शिविर में 310 स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मचारी ड्यूटी पर रहेंगे. साथ ही मरीजों के अस्पताल आवागमन के लिए 14 एंबुलेंस को भी लगाने की तैयारी है. मरीजों की सुविधा के लिए जेपीएन अस्पताल में चार हेल्थ कंट्रोल रूम बनाये जायेंगे.

24 घंटे काम करेंगे 5 हेल्थ कैंप

सिविल सर्जन ने बताया कि पांच हेल्थ कैंप सभी दिन 24 घंटे काम करेंगे. जबकि 18 कैंप ऐसे बनाए जा रहे हैं, जो 16 घंटे चालू रहेंगे. 16 घंटे काम करने वाले स्वास्थ्य शिविर का समय छह बजे सुबह से रात 10 बजे तक है. 47 कैंप आठ घंटे तक समय दो बजे दिन से रात आठ बजे का होगा. इसके अलावा पांच मोबाइल रिस्पांस टीम होगी, जो सातों दिन 24 घंटे तैनात रहेगी. शहरी क्षेत्र के सभी आठ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक मौजूद रहेंगे. उनके काम का समय सुबह 11 बजे से शाम सात बजे का होगा.

शिविर में पर्याप्त संख्या में होंगे चिकित्सक

सिविल सर्जन ने कहा कि पितृपक्ष मेला के दौरान चिकित्सकों की कोई कमी नहीं होगी. पर्याप्त संख्या में मानव बल लगाया गया है. स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए 92 डॉक्टर, 150 पारा मेडिकल स्टाफ और 70 अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी लगायी जा रही है. इनके साथ आठ एडवांस्ड तथा चार बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस और दो शव वाहन ड्यूटी को भी तैनात रखा जायेगा.

श्रद्धालुओं के लिए अस्पताल में बेड सुरक्षित

सरकारी अस्पतालों के साथ निजी अस्पताल में भी बेड सुरक्षित किये गये है. डीपीएम नीलेश कुमार ने बताया कि पितृपक्ष मेला के मद्देनजर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जय प्रकाश नारायण अस्पताल में 10 बेड, प्रभावती अस्पताल में 10 बेड, मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 20 बेड, अभय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस हॉस्पिटल में 10 बेड, शुभकामना हार्ट हॉस्पिटल में 10 बेड और सभी 24 सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 120 बेड पूरी तरह उनके लिए सुरक्षित रखे जायेंगे.

जरूरी दवाओं के साथ उपकरण भी रहेंगे मौजूद

प्रत्येक स्वास्थ्य शिविर में मौसमी बुखार, डायरिया, उल्टी, मलेरिया, पेट, आंख व कानों से संबंधित समस्याएं व दूसरी अन्य बीमारियों के इलाज के लिए 37 प्रकार की दवाएं मौजूद रहेंगी. इसके साथ ही शल्य तथा अन्य प्रकार के जरूरी उपकरण जैसे डिजिटल थर्मामीटर, कैंची, थर्मामीटर, ऑक्सीमीटर, ग्लूकोमीटर तथा बेड आदि प्रत्येक शिविर में मौजूद रखा जायेगा. स्वास्थ्य विभाग की ओर से नगर निगम के समन्वय के साथ पितृपक्ष मेला को देखते हुए ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया जा रहा है. इसके अलावा मच्छरों के रोक के लिए डीडीटी व रसायन का छिड़काव होगा. दुकानों की साफ-सफाई पर विशेष निगरानी रहेगी.

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सेवा भाव से पिंडदानियों की सभी करें सेवा

डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने स्वास्थ्य विभाग के तमाम पदाधिकारी को निर्देश दिया कि विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला में लाखों की संख्या में तीर्थयात्री गयाजी आते हैं. अधिकतर पिंडदानी बुजुर्ग हैं, इसी उद्देश्य से तमाम स्वास्थ्य टीम पूरी तत्परता से स्वस्थ के क्षेत्र में काम करे. किसी भी पिंडदानी को स्वस्थ संबंधी कोई समस्या आने पर क्विक रेस्पांस देना होगा. उन्होंने कहा कि विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह-सोलह वेदी के समीप विशेष टीम रख कर सेवा भाव के साथ सभी स्वास्थ्य से जुड़े अधिकारी व चिकित्सक कार्य करें.

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