12 साल की गर्भवती बच्ची के मामले में आरोपित गिरफ्तार
बोधगया: मगध विश्वविद्यालय थाने की अतिया पंचायत की एक 12 वर्षीय गर्भवती बच्ची के मामले में दुष्कर्म करने के आरोपित युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मगध विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष जयशंकर कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित अतिया गांव का संतोष मांझी बताया जाता है. उससे पूछताछ की गयी और कोर्ट में पेश कर […]
बोधगया: मगध विश्वविद्यालय थाने की अतिया पंचायत की एक 12 वर्षीय गर्भवती बच्ची के मामले में दुष्कर्म करने के आरोपित युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मगध विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष जयशंकर कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित अतिया गांव का संतोष मांझी बताया जाता है.
उससे पूछताछ की गयी और कोर्ट में पेश कर सेंट्रल जेल भेज दिया गया. उन्होंने बताया कि संतोष मांझी के विरुद्ध धारा 376 व पोस्को एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इधर, पीड़िता को भी बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट के आदेश के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया.
भगवान भरोसे बच्ची की जिंदगी !
बाल अधिकार पर निरंतर कामकाज करनेवाली संस्था एक किरण-आरोह के डायरेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि कानून के तहत कोर्ट ने बच्ची को उसके मां-बाप को सौंपने का आदेश दिया है. मगध विश्वविद्यालय थाने की पुलिस ने उसे उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया. फिलहाल वह अपने घर में है. लेकिन, इस कार्रवाई से उस बच्ची को क्या लाभ हुआ? पुलिस संरक्षण में 48 घंटे रहने के बावजूद बच्ची को स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई दवा मुहैया नहीं करायी गयी. अब भगवान भरोसे ही उसकी जिंदगी है. वह लगातार कमजोर होती चली जा रही है.
अब क्या होगा बच्ची का ?
अब पीड़िता का क्या होगा ? यह बेहद गंभीर सवाल है. ऐसी घटनाओं की शिकार हुई बच्चियों के हितों की रक्षा के लिए कामकाज करनेवाली संस्था बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार सिन्हा से भी उक्त मामले पर बातचीत करने की कोशिश (उनके मोबाइल फोन पर) की गयी, लेकिन बातचीत नहीं हो सकी. अब देखना है कि इस मामले में प्रशासनिक स्तर पर बच्ची को कुछ लाभ मिलता है या नहीं.