शेरघाटी बस स्टैंड में कीचड़ सड़क पर ही लगती हैं बसें

शेरघाटी: नगर पंचायत को 31 लाख रुपये से ज्यादा का सलाना राजस्व देने वाला नयी बाजार स्थित जीटी रोड के किनारे स्थित बस स्टैंड अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. पूरा परिसर कीचड़ में तब्दील हो गया है. यात्री शेड भी बैठने लायक नहीं है. यहां से कोलकाता, मध्यप्रदेश के अंबिकापुर, उत्तरप्रदेश के वाराणसी, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 8, 2016 8:21 AM

शेरघाटी: नगर पंचायत को 31 लाख रुपये से ज्यादा का सलाना राजस्व देने वाला नयी बाजार स्थित जीटी रोड के किनारे स्थित बस स्टैंड अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. पूरा परिसर कीचड़ में तब्दील हो गया है.

यात्री शेड भी बैठने लायक नहीं है. यहां से कोलकाता, मध्यप्रदेश के अंबिकापुर, उत्तरप्रदेश के वाराणसी, जमशेदपुर, रांची, धनबाद, पटना, बोकारो व डाल्टेनगंज सहित आदि दर्जनों शहरों के लिए बसें खुलती हैं. ऐसे में स्वाभाविक है कि स्टैंड परिसर में यात्रियों की भीड़ हमेशा बनी रहती है. लेकिन, नगर पंचायत द्वारा यहां के बस स्टैंड में न्यूनतम सुविधा भी उपलब्ध नहीं करायी गयी है. यहीं कारण है कि लंबी दूरी की बस स्टैंड परिसर के अंदर जाना नहीं चाहती है और चालक बस को मुख्य मार्ग पर ही लगाते हैं, जिससे हमेशा लगा रहता है.

शेरघाटी से रांची जाने वाले एक यात्री सुरेंद्र प्रसाद, सुनैना देवी व उपेंद्र सिंह आदि ने बताया कि बस स्टैंड में इतना कीचड़ है कि अंदर नहीं जा सकते हैं. यदि किसी बस को आने में एक घंटे की देर है तो इंतजार करना मुश्किल हो जाता है. उन लोगों ने बताया कि यहां पेयजल की व्यवस्था नहीं है. शौचालय की स्थिति बदतर है. पटना जानेवाली एक छात्र सपना कुमारी ने बताती है कि यहां बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है. यात्रियों के लिए बनाया शेड टूटा हुआ है. यहां बैठना तो दूर, गंदगी के कारण खड़ा भी नहीं रह सकती हूं. वहीं, बस चालक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि स्टैंड परिसर में इतना ज्यादा कीचड़ और गंदगी है कि बस को अंदर नहीं ले जाते हैं. गंदगी के कारण यात्रियों को बस से उतरने में काफी परेशानी होती है.

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