नये नक्शे पर खोजते रह गये नाला
निरीक्षण. बॉटम नाले पर किये गये अतिक्रमण की मापी करने पहुंचे थे सीओ साहब बॉटम नाले के अतिक्रमण का झमेला खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. लगातार हो रही बारिश व नाला जाम रहने के कारण सड़कें जलमग्न हैं. शनिवार को नगर सीओ कुछ दस्तावेज लेकर अतिक्रमण का जायजा लेने निकल थे, […]
निरीक्षण. बॉटम नाले पर किये गये अतिक्रमण की मापी करने पहुंचे थे सीओ साहब
बॉटम नाले के अतिक्रमण का झमेला खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. लगातार हो रही बारिश व नाला जाम रहने के कारण सड़कें जलमग्न हैं. शनिवार को नगर सीओ कुछ दस्तावेज लेकर अतिक्रमण का जायजा लेने निकल थे, पर दस्तावेज में शामिल नक्शे से बॉटम नाला ही गायब मिला.
गया : नगर अंचल के सीओ विनय कुमार सिंह शनिवार को बॉटम नाले से अतिक्रमण हटाने के लिए मापी करने जैन मंदिर गली में पहुंचे. नाले का लोकेशन नये नक्शे में अंकित नहीं होने के कारण मापी का काम सोमवार तक के लिए टाल दिया गया. इस दौरान नगर निगम के कर्मचारियों ने सीओ को बताया कि रमना रोड से देवघाट तक 14 मकानमालिकों को नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया है.
नोटिस दिये जाने के बाद नगर आयुक्त द्वारा अतिक्रमण को चिह्नित करने के लिए मापी का पत्र भेजा गया है. पत्र के बाद नगर अंचल के सीओ, टाउन कर्मचारी व अमीन रमना रोड पहुंच कर नक्शा में नाले की तलाशी कर रहे थे. नये नक्शे में बॉटम नाले को रमना से देवघाट तक नहीं दिखाया गया है. नगर निगम के सफाई प्रभारी शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने नगर अंचल के कर्मचारियों को बताया कि यह नाला पुराने नक्शे में अंकित है
. इसी आधार पर लोगों को नोटिस दिया गया है. जानकार बताते हैं कि अतिक्रमण 20 साल से भी पहले का है. शहर की आबादी बढ़ी, तो जलजमाव की समस्या सामने आ गयी है. इसके बाद नगर निगम बॉटम नाले को तलाशने में लगा है.
गौरतलब है कि बॉटम नाले पर अतिक्रमण कर लिये जाने के कारण दुर्गाबाड़ी व बारी रोड में लोगों को जलजमाव से परेशान होना पड़ रहा है. नगर निगम यहां से जलजमाव हटाने के लिए कई जगह पंप लगा कर पानी निकालने का काम कर रहा है. शनिवार को रंगबहादुर रोड में नाले के अंदर जाम होने के कारण पानी नहीं निकल पा रहा था. यहां से पानी निकालने के लिए नगर निगम द्वारा नाले की सफाई मशीन से की जा रही है.