गया: लगातार हो रही बारिश व इंद्रपुरी सहित झारखंड स्थित बराज से पानी छोड़े जाने के कारण नदियां उफान पर हैं. नदियों में आयी बाढ़ व मूसलधार बारिश नेे कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया व नवादा में फसलों को डुबोने के साथ जनजीवन को भी अस्त-व्यस्त कर दिया है. औरंगाबाद के दाउदनगर एसडीओ राकेश कुमार ने बताया कि इंद्रपुरी बराज से करीब आठ लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की सूचना है. अलर्ट जारी कर सोनतटीय इलाकों में जाने से मना किया गया है. साथ ही, सोन नदी में बाढ़ आने के कारण सोन पुल निर्माण करा रही एचसीसी कंपनी ने अपने कर्मियों को छुट्टी दे दी है.
बटाने नदी पर बने पुल के तीन खंभे बहे
भारी बारिश होने से कुटुंबा प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. सड़कों पर बाढ़ का पानी बह रहा है, जिससे लोगों को आवागमन करने में काफी परेशानी हो रही है. दक्षिणी क्षेत्र के संडा से होकर बालूगंज जानेवाली सड़क पर बटाने नदी पर बने पुल के तीन खंभे सोमवार को नदी की तेज धार में बह गये. पुल की प्लेट दब कर नीचे चली गयी. इससे कुटुंबा और देव प्रखंड के सैकड़ों गांवों के लोगों का आवागमन फिर से एक बार मुश्किल हो गया. सदर प्रखंड के जम्होर के समीप स्कूली बच्चों सहित 13 लोगों को लेकर नदी पार कर रही नाव अचानक बटाने नदी में पलट गयी. हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन सभी बाल-बाल बच गये.
डायवर्सन टूटने से सड़क संपर्क भंग
उधर, रोहतास के नौहट्टा में झारखंड व बिहार की सीमा पर स्थित सोन नदी के किनारे बसे गांवों में बाढ़ काे लेकर हाइअलर्ट घोषित कर दिया गया है. कैमूर में भी भारी बारिश से भभुआ शहर के कई इलाकों में पानी भर गया है. इधर, गया में एनएच-82 पर गया व वजीरगंज के बीच स्थित पैमार पुल के पास बना डायवर्सन क्षतिग्रस्त हो गया. इसका निर्माण पिछले ही साल किया गया था. पक्का डायवर्सन सोमवार को पानी के तेज बहाव के साथ बह गया. इससे बड़े वाहनों का आवागमन बंद हो गया है. यह सड़क बोधगया, राजगीर, कुर्किहार, हड़ाही स्थान, तपोवन व गेहलौर घाट के साथ नवादा, बिहारशरीफ, हिसुआ, नारदीगंज, रजौली, फतेहपुर व सेवतर से जुड़ी है. इस सड़क से हजारों गाड़ियों का आवागमन होता है. वहीं, नवादा में भी तेज बारिश से शहर के कई इलाकों में बारिश का पानी घरों में घुस गया है. वहीं, ककाेलत जलप्रपात की सीढ़ियां बह गयी हैं. धारा के पास की ग्रिल पानी में विलीन हो गयी है. लोहे की रेलिंग भी पानी के कारण टूट गयी है. साथ ही, कुंड पत्थर से भर गया है.