सप्ताह भर में सुधरे व्यवस्था नहीं तो सड़क पर होगा प्रदर्शन
शेरघाटी: शेरघाटी स्थित रंगलाल इंटर स्कूल के परिसर में गुरुवार को अभिभावकों व शिक्षकों के बीच बैठक हुई. इसमें शेरघाटी सिटीजन सोसाइटी के सदस्य भी शामिल हुए. इस दौरान छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों की भी निर्धारित समय पर उपस्थिति सुनिश्चित कराने, पठन-पाठन में सुधार करने सहित अन्य बिंदुओं पर करीब तीन घंटों तक गहन चर्चा […]
शेरघाटी: शेरघाटी स्थित रंगलाल इंटर स्कूल के परिसर में गुरुवार को अभिभावकों व शिक्षकों के बीच बैठक हुई. इसमें शेरघाटी सिटीजन सोसाइटी के सदस्य भी शामिल हुए. इस दौरान छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों की भी निर्धारित समय पर उपस्थिति सुनिश्चित कराने, पठन-पाठन में सुधार करने सहित अन्य बिंदुओं पर करीब तीन घंटों तक गहन चर्चा हुई.
इसमें उपस्थित अभिभावकों ने कहा कि रंगलाल इंटर स्कूल का गौरवशाली इतिहास रहा है. एक सौ साल पुराने इस स्कूल के गौरव को वापस लाने के लिए हम सभी सामूहिक प्रयास करें. इसमें शिक्षकों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है. शेरघाटी सिटीजन सोसाइटी के सदस्यों ने स्कूल प्रबंधन के रवैये को सख्ती से लेते हुए कहा कि अगर एक सप्ताह के अंदर स्कूल में हर प्रकार की व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो वे स्कूल प्रबंधन के विरुद्ध सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करने को मजबूर हो जायेंगे. इस दौरान सोसाइटी के सदस्यों ने स्कूल प्रबंधन को महत्वपूर्ण सुझाव दिये.
75% उपस्थित नहीं हुई, तो सरकारी लाभ से वंचित होंगे स्टूडेंट्स : इस दौरान प्राचार्य एसके राय ने अभिभावकों को निर्देश देते हुए कि अपने बच्चों की उपस्थिति स्कूल में हर हाल में दर्ज करायें. स्कूल में 75 फीसदी से उपस्थिति होनेवाले विद्यार्थियों को सरकारी योजनाओं से वंचित कर दिया जायेगा. इस मौके पर रामस्वरूप स्वर्णकार, एसके उल्लाह, इमरान अली, सुशील गुप्ता, शबाब खान, पुरुषोत्तम रंजन, ममता कुमारी, डाॅ तरुण कुमार सहित अन्य लोग शामिल थे.
एसडीओ की पहल पर स्कूल प्रबंधन ने उठाया कदम
रंगलाल इंटर स्कूल में पठन–पाठन की कमी व शिक्षकों को निजी कोचिंग में व्यस्त रहने को लेकर सवाल उठते रहे हैं. सवाल यह भी उठता रहा है कि स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या 2200 होने के बावजूद उनकी उपस्थिति प्रतिदिन सौ से डेढ़ सौ के बीच रहती है. शेरघाटी सिटीजन सोसाइटी के बैनर तले शहर के लोगों ने प्राचार्य से मिलकर विद्यालय संचालन में सुधार लाने का आग्रह किया था. अन्यथा, आंदोलन की चेतावनी दी थी. सोसाइटी के पहल के बाद एसडीओ ज्योति कुमार ने गंभीरता दिखाते हुए प्राचार्य को शिक्षकों व छात्रों की समय पर उपस्थिति, बंद पड़े कंप्यूटर कक्षा व साइंस प्रयोगशाला सहित खेल-संगीत की कक्षा को नियमित संचालित करने का निर्देश दिया था. इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों की बैठक करने का फैसला लिया था.