आज आयेगा शाने अली का सीडीआर

गया : एसआइटी ने कोठी थानाध्यक्ष के सरकारी मोबाइल फोन 9431822225 व निजी मोबाइल फोन 9472626091 व 95705100340 सहित शाने अली खान व नुसरत के मोबाइल फोन का सीडीआर (कॉल डिटेल रेकॉर्ड) निकालने की तैयारी में जुट गये हैं. इसके लिए एसअाइटी ने पुलिस मुख्यालय से संपर्क साधा है. संभावना है कि मंगलवार को सीडीआर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2016 6:11 AM

गया : एसआइटी ने कोठी थानाध्यक्ष के सरकारी मोबाइल फोन 9431822225 व निजी मोबाइल फोन 9472626091 व 95705100340 सहित शाने अली खान व नुसरत के मोबाइल फोन का सीडीआर (कॉल डिटेल रेकॉर्ड) निकालने की तैयारी में जुट गये हैं. इसके लिए एसअाइटी ने पुलिस मुख्यालय से संपर्क साधा है. संभावना है कि मंगलवार को सीडीआर आ जायेगी. एएसपी (आॅपरेशन) अरुण कुमार सिंह ने बताया कि थानाध्यक्ष की हत्या छह व साढ़े छह बजे के बीच में हुई है. घटना की जानकारी मिलने पर 7:15 बजे उन्होंने थानाध्यक्ष के सरकारी मोबाइल फोन पर संपर्क किया. लेकिन, लगातार रिंग होता रहा. किसी ने रिसीव नहीं किया.

मोबाइल डंप डाटा का होगा अध्ययन: पुलिस सूत्र बताते हैं कि थानाध्यक्ष प्रतिदिन मॉर्निंग वाक में थाना से निकलते थे. हमलावरों ने उनपर हमला करने का वहीं समय चुना. अब एसआइटी कोठी इलाके के विभिन्न कंपनियों के मोबाइल डंप डाटा निकालने की तैयारी में जुट गयी है. एसआइटी ने निष्कर्ष निकाला है कि जब हमलावरों की संख्या तीन है. तीनों अलग-अलग परिवार से आते हैं. लेकिन, हमलावरों ने एक ही मोटरसाइकिल का प्रयाेग किया.
इससे स्पष्ट है कि तीनों हमलावर कम से कम रविवार की देर रात दो बजे से सोमवार सात बजे तक आपस में मोबाइल फोन से संपर्क में थे. मोबाइल डंप डाटा से उन मोबाइल फोन नंबरों की पहचान अलग की जायेगी, जिस पर दो बजे रात से सुबह सात बजे तक लगातार एक-दूसरे पर बातचीत हो रही थी. सूत्र बताते हैं कि हो सकता है हत्याकांड की साजिश रचनेवाले की संख्या तीन से अधिक हो. इसका खुलासा भी मोबाइल डंप डाटा से उपलब्ध हो जायेगा. इधर, पुलिस सूत्र बताते हैं कि थानाध्यक्ष का मोबाइल फोन अगर हमलावर साथ ले गये होंगे तो उस फोन के लोकेशन
के आधार पर भागने की दिशा का पता चल जायेगा.
पुलिस को नहीं मिला एक भी खोखा: प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया है कि घटनास्थल पर पांच गोली चली. पहले दो गोली चली और फिर तीन गोली चली. लेकिन, घटनास्थल से पुलिस को एक भी खोखा नहीं मिला है. हालांकि, मामले की तहकीकात करने पहुंचे डीआइजी सौरभ कुमार ने खोखा का जिक्र किया तो पुलिस पदाधिकारी सक्रिय हुए और खोखा खोजने में जुट गये. लेकिन, सफलता नहीं मिली.

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