गया में नाव पलटी, 8 बच्चों की मौत, 3 पर प्राथमिकी दर्ज
बड़ा हादसा. दशहरे का मेला देखने के लिए फल्गु नदी कर रहे थे पार खिजरसराय : बिहार में गया जिले के खिजरसराय थाने के पचमहला घाट के पास फल्गु नदी में मंगलवार की दोपहर करीब ढाई बजे एक नाव पलटने से करीब दो दर्जन से अधिक लोग डूब गये. इनमें आठ बच्चों की मौत हो […]
बड़ा हादसा. दशहरे का मेला देखने के लिए फल्गु नदी कर रहे थे पार
खिजरसराय : बिहार में गया जिले के खिजरसराय थाने के पचमहला घाट के पास फल्गु नदी में मंगलवार की दोपहर करीब ढाई बजे एक नाव पलटने से करीब दो दर्जन से अधिक लोग डूब गये. इनमें आठ बच्चों की मौत हो गयी, जबकि 10-12 लोगों ने तैर कर अपनी जान बचायी. मृतकों में सात लड़कियां हैं.
इस संबंध में जहानाबाद जिले के विशुनगंज थाने के सुल्तानपुर के रहनेवाले सुरेश केवट, रंजन केवट व वीरू केवट के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है. यह प्राथमिकी बेलागंज थाने के जाफरा गांव के भतन बिगहा टोले के परमानंद यादव के बयान पर खिजरसराय थाने में हुई है. राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा दिया है. पचमहला घाट गया-जहानाबाद जिलों की सीमा पर स्थित है और नाव जहानाबाद जिले के सुल्तानपुर (मखदुमपुर) घाट से चली थी. नाव पर सवार लोग खिजरसराय बाजार में दशहरे का मेला घूमने जा रहे थे. घटना की सूचना मिलते ही गया व जहानाबाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. घटनास्थल पर जहानाबाद के एएसपी संजय कुमार, नीमचक बथानी (गया) के एसडीओ राधेकांत व डीएसपी विद्यासागर पहुंचे और मामले की छानबीन की.
जानकारी के अनुसार, मंगलवार की दोपहर खिजरसराय बाजार में दशहरे का मेला घूमने के लिए जहानाबाद जिले के सुल्तानपुर घाट (मखदुमपुर) के पास से बड़ी संख्या में लोग नाव पर सवार हुए. इनमें अधिकतर लोग गया जिले के बेलागंज थाना इलाके के रहनेवाले थे.
फल्गु के तट पर बसे बेलागंज इलाके के लोगाें के पास खिजरसराय बाजार आने का एकमात्र साधन नाव ही है. जब नाव खिजरसराय थाने के पचमहला घाट के पास पहुंची, तो किनारे लगने से पहले वह डगमगाने लगी. इससे घबरा कर कुछ लोग नदी में कूदने लगे. इस दौरान एक तरफ झुकने के कारण नाव पलट गयी और मल्लाह (नाविक) फरार हो गया. नाव को पलटता देख आसपास के लोगों ने नदी में कूद कर लोगों को बचाना शुरू किया. उन्होंने कई लोगाें को पानी के तेज बहाव से निकाला. इस बीच घटना की सूचना प्रशासन को दी गयी.
सूचना मिलते ही डीएम कुमार रवि ने पटना मुख्यालय से संपर्क कर एसडीआरएफ के 17 तैराकों को नदी में उतारा और डूबनेवाले लोगों की तलाश शुरू की गयी. गौरतलब है कि सालों भर सूखी रहनेवाली फल्गु नदी इस बार लगातार बारिश के कारण लबालब है. आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि सभी मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का चेक दे दिया गया है.
मृतकों में सात लड़कियां
रुणा कुमारी (16 वर्ष), पिता- शिवकुमार प्रसाद, जाफरा, बेलागंज
सुलेखा कुमारी (15 वर्ष), पिता- सुरेंद्र कुमार, जाफरा, बेलागंज.
सविता कुमारी (16 वर्ष), पिता- सुरेंद्र कुमार, जाफरा, बेलागंज.
अंजलि उर्फ काजल (10 वर्ष), पिता- परमानंद यादव, जाफरा, बेलागंज.
विद्या भारती (15 वर्ष), पिता- परमानंद यादव, जाफरा, बेलागंज.
पूजा कुमारी (15 वर्ष), पिता- सिकंदर यादव, जाफरा, बेलागंज.
प्रियंका कुमारी (15 वर्ष), पिता- बिंदी यादव, जाफरा, बेलागंज
रोहित कुमार (13 वर्ष), पिता- बिंदी यादव, जाफरा, बेलागंज.