औपचारिक तौर पर जदयू अध्यक्ष बने नीतीश कुमार

राजगीर (बिहार) : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज औपचारिक तौर पर जदयू के अध्यक्ष नियुक्त कर दिए गए. अध्यक्ष नियुक्त हो जाने के बाद अब नीतीश राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका के लिए खुद को बेहतर तरीके से तैयार कर सकेंगे. बहरहाल, जदयू ने नीतीश को 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2016 5:36 PM

राजगीर (बिहार) : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज औपचारिक तौर पर जदयू के अध्यक्ष नियुक्त कर दिए गए. अध्यक्ष नियुक्त हो जाने के बाद अब नीतीश राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका के लिए खुद को बेहतर तरीके से तैयार कर सकेंगे. बहरहाल, जदयू ने नीतीश को 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने से परहेज किया.

नालंदा जिले में यहां हुई जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पार्टी अध्यक्ष पद पर नीतीश की नियुक्ति का अनुमोदन किया गया. दिल्ली में पिछले महीने नामांकन आमंत्रित किए जाने के बाद जदयू अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के तौर पर सिर्फ नीतीश का नाम था और उन्हें ‘‘निर्विरोध चुन लिया गया.’ देश के 23 राज्यों से आए पार्टी के राष्ट्रीय परिषद सदस्यों ने एकमत से बिहार के मुख्यमंत्री को जदयू अध्यक्ष नियुक्त करने के प्रस्ताव का समर्थन किया.

नीतीश ने अध्यक्ष पद पर अप्रैल में शरद यादव की जगह ली थी. जदयू राष्ट्रीय परिषद में हुई चर्चा के बारे में पत्रकारों को बताते हुए पार्टी के महासचिव के सी त्यागी ने कहा कि जैसा बिहार में किया गया वैसे ही ‘‘सांप्रदायिक ताकतों’ को मात देने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर गैर-भाजपा पार्टियों का एक ‘‘मजबूत विकल्प’ तैयार करने के लिए नीतीश को अधिकृत किया गया है.

बिहार सरकार के दो वरिष्ठ मंत्रियों विजेंद्र प्रसाद यादव और राजीव रंजन सिंह ‘ललन’ के साथ पत्रकारों को संबोधित कर रहे त्यागी ने कहा कि ‘‘भाजपा और आरएसएस को मात देने की उम्मीद’ के तौर पर उन्हें देखने वाले लोगों के एक बड़े तबके में नीतीश ‘‘सबसे विश्वसनीय चेहरा’ हैं.

बहरहाल, त्यागी ने साफ कर दिया कि जदयू ने ‘‘कभी नहीं घोषित किया’ कि नीतीश 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के लिए पार्टी के उम्मीदवार होंगे. त्यागी ने कहा, ‘‘धर्मनिरपेक्षतावादी, गैर-वंशवादी और गैर-जातिवादी साख के साथ वह (नीतीश) पूरी तरह प्रधानमंत्री बनने लायक हैं, लेकिन छोटी पार्टी होने के नाते जदयू ने कभी आधिकारिक तौर पर उन्हें 2019 के चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया.’

नरेंद्र मोदी के विकल्प के रूप में नीतीश कुमार को पेश किया जायेगा

बैठक के बाद जदयू महासचिव के सी त्यागी ने मीडिया को बताया कि नीतीश कुमार को पीएम मोदी के विकल्प के रूप में पेश किया जायेगा. उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि नीतीश सभी समितियों के गठन के लिए अधिकृत होंगे. वहीं जदयू संविधान संशोधन के लिए भी नीतीश कुमार को अधिकृत किया गया है.

के सी त्यागी ने कहा कि मोदी सरकार आने के बाद देश के दलितों पर हमला बढ़ा है. देश में असहिष्णुता का माहौल है. उन्होंने कहा विधानसभा चुनाव के पहले उत्तर प्रदेश कम्यूनली चार्ज हो गया है. उन्होंने कहा किजेडीयू का मकसद यूपी बिहार में बीजेपी सांसदों की संख्या घटाना.

कल बाबूलाल मरांडी जदयू के खुला अधिवेशन में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे

बैठक के दूसरे दिन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व झारखंड विकास मोरचा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी जदयू के खुला अधिवेशन में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे. बैठक रविवार को दोपहर तीन बजे राजगीर के कन्वेंशन हॉल में शुरू हो गयी है. इसमें विधिवत रूप से निर्वाचित 171 समेत कुल 200 पदाधिकारी शामिल हुए हैं.दो दिनों तक चलने वाली जदयू परिषद की बैठक में अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जदयू का क्या स्टैंड रहेगा, 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर क्या रणनीति होगी, इस पर निर्णय लिया जायेगा. इस खुला अधिवेशन में प्रदेश में शराबबंदी की सफलता और सरकार के सात निश्चयों के क्रियान्वयन पर भी चर्चा की जायेगी.
शराबबंदी को बिहार के बाद दूसरे प्रदेशों समेत देश में लागू करने की सामाजिक मुहिम का दायित्व भी कार्यकर्ताओं को दिया जायेगा. इसके साथ-साथ देश की वर्तमान हालात पर भी चर्चा की जायेगी. देश की राजनीतिक, आर्थिक व सामाजिक दृष्टिकोण पर चर्चा होगी. इसके अलावा राष्ट्रीय मुद्दों पर सरकार किस ढंग से चल रही है और आज देश किस हालत में खड़ा है, महंगाई, रोजगार समेत अन्य मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की जायेगी. केंद्र की पूंजीपति सोच पर भी पार्टी की बैठक में चर्चा की जायेगी.

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