कुव्यवस्था: कचरे से होकर घाट तक जायेंगे
गया: झारखंड घाट (झारखंडेश्वर माहदेव) दंडीबाग तक पहुंचने के लिए छठव्रतियों को जर्जर सड़क व कूड़े-कचरे के ढेर से होकर गुजरना होगा. घाट तक जानेवाले रास्ते को देखकर साफ लगता है कि यहां साफ-सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गयी है. घाट के पास रास्ते पर जगह-जगह गड्ढे हो गये हैं. इसमें कूड़ा डाल […]
गया: झारखंड घाट (झारखंडेश्वर माहदेव) दंडीबाग तक पहुंचने के लिए छठव्रतियों को जर्जर सड़क व कूड़े-कचरे के ढेर से होकर गुजरना होगा. घाट तक जानेवाले रास्ते को देखकर साफ लगता है कि यहां साफ-सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गयी है. घाट के पास रास्ते पर जगह-जगह गड्ढे हो गये हैं. इसमें कूड़ा डाल कर नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने छोड़ दिया है. ऐसे यहां घाट पर मुहल्ला विकास समिति की ओर से पार्किंग व छठव्रतियों के सुविधा के लिए कई तरह की व्यवस्था की जाती है. नगर निगम में कुछ दिन पहले हुई बैठक में सभी घाटों पर साफ-सफाई व लाइट की व्यवस्था करने की बात कही गयी थी. इस घाट पर इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है.
इससे आसपास के लोगों में रोष है. बाइपास दंडीबाग से घाट तक पहुंचने के लिए नयी सड़क बनाने का काम शुरू किया गया है. लेकिन, छठ तक इसका पूरा होना मुश्किल है. दंडीबाग जलापूर्ति केंद्र से घाट तक रास्ते के दोनों ओर नाली की सफाई नहीं की गयी है. लोगों ने बताया कि इस घाट पर हजारों लोग छठ के दौरान अर्घ देने आते हैं. इनके साथ हजारों की संख्या में श्रद्धालु भी होते हैं.
खुद करते हैं इंतजाम: मुहल्ला विकास समिति, दंडीबाग व सहयोग क्लब के प्रभात शंकर उर्फ सुनील, वीरेंद्र सिंह, विकास श्रीवास्तव, मुकुल कुमार, शशि यादव, निरंजन कुमार आदि ने बताया कि वार्ड पार्षद को व्यवस्था के लिए कहते-कहते थक गये, पर कोई व्यवस्था नहीं हो सकी. बाद में लोगों के सहयोग से सारी व्यवस्था की गयी. दोनों कमेटी की ओर से बड़ी व छोटी गाड़ियों की पार्किंग, लाइट, शरबत व पूछताछ केंद्र की व्यवस्था की जाती है. इन लोगों ने बताया कि इस घाट को पार्षद भेदभाव की दृष्टि से देखते हैं.