इनकम टैक्स के चक्कर में फंसे कपड़ा व्यवसायी के 25 लाख

गया : रुपये से भरे बैग पकड़े जाने के मामले में आरोपित कपड़ा व्यवसायी पुलिस के घेरे से निकल कर अब इनकम टैक्स के घेरे में फंस गया है. इनकम टैक्स ने व्यवसायी के 25 लाख रुपये जब्त कर लिये हैं. साथ ही आरोपित को छोड़ दिया है. अब इनकम टैक्स की ओर से सम्मन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2016 6:18 AM

गया : रुपये से भरे बैग पकड़े जाने के मामले में आरोपित कपड़ा व्यवसायी पुलिस के घेरे से निकल कर अब इनकम टैक्स के घेरे में फंस गया है. इनकम टैक्स ने व्यवसायी के 25 लाख रुपये जब्त कर लिये हैं. साथ ही आरोपित को छोड़ दिया है. अब इनकम टैक्स की ओर से सम्मन जारी होने के बाद पकड़ा व्यवसायी को सिद्ध करना होगा कि पकड़े गये 25 लाख रुपये कहां से व कैसे आये. फिलहाल आरोपित कपड़ा व्यवसायी लाॅ रोड स्थित अपने प्रतिष्ठान श्रीजी में शनिवार से बैठने लगे हैं.

गौरतलब है कि शुक्रवार को श्रीजी शॉप के अजय जैन 25 लाख रुपये लेकर हजारीबाग अपने ससुराल जा रहे थे. रास्ते में हजारीबाग के तकिया मजार रोड के पास पुलिस ने शक के आधार पर अजय को हिरासत में ले लिया था. बैग की तलाशी के दौरान पुलिस को 25 लाख रुपये मिले थे. पूछताछ में पुलिस को अजय जैन ने बताया था कि यह पैसे भाई के ससुराल पक्ष के हैं. जो उनके घर पर पड़े थे. उसने बताया था कि पांच सौ व हजार रुपये के नोट की पाबंदी के बाद वह भाई के ससुराल पक्ष को उनका रुपया लौटाने के लिए जा रहा था. इस बात से मुतमईन होने के बाद पुलिस ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को सूचना दी थी.

आयकर विभाग ने अजय के ससुराल पक्ष व अजय के पिता से पूछताछ के बाद उसे रिहा कर दिया था. अजय शुक्रवार की रात घर लौट आया था. अब गेंद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के डी एरिया में है. पकड़े रुपये आयकर विभाग ने फिलहाल जब्त कर लिये हैं. साथ ही मामले में जांच चल रही है. विभाग का कहना है कि विभागीय कार्रवाई चल रही है. इधर अजय के भाई विजय जैन का कहना है कि पकड़े गये रुपये उसकी पत्नी के पास थे. पत्नी की मां व पिता ने घरेलू आपसी समस्याओं से बचने के लिए अपनी बेटी को कई वर्षों में दिया था. वहीं, पैसा छोटा भाई अजय उन्हें लौटाने के लिए जा रहा था. उन्होंने बताया कि पकड़े गये रुपये के बाबत इनकम टैक्स की ओर से नोटिस जारी किया जायेगा. जिसके आधार पर वह अपना पक्ष रखेंगे. उन्होंने दावा किया है कि उनका पूरा कारोबार इनकम टैक्स के दायरे में होता है. इससे इतर एक पैसे का कारोबार श्रीजी प्रतिष्ठान द्वारा नहीं किया जाता है.

Next Article

Exit mobile version