खेलकूद प्रोत्साहन योजना हवा में

बोधगया: नगर पंचायत क्षेत्र के स्कूलों के छात्र-छात्रओं को खेलकूद के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने की योजना अब तक नहीं शुरू हो पायी है. यह योजना नगर पंचायत द्वारा बनायी गयी थी. इसके लिए नगर पंचायत ने बजट में भी राशि खर्च होना दिखाया गया था. लेकिन, साल बीतने वाला है और योजना का काम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2014 9:44 AM

बोधगया: नगर पंचायत क्षेत्र के स्कूलों के छात्र-छात्रओं को खेलकूद के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने की योजना अब तक नहीं शुरू हो पायी है. यह योजना नगर पंचायत द्वारा बनायी गयी थी.

इसके लिए नगर पंचायत ने बजट में भी राशि खर्च होना दिखाया गया था. लेकिन, साल बीतने वाला है और योजना का काम शुरू नहीं किया गया है. योजना के तहत प्रथम चरण में विभिन्न सरकारी स्कूलों की छात्रओं को जूडो-कराटे की ट्रेनिंग देने की बात कही गयी थी. इसके लिए ट्रेनर की भी व्यवस्था करने समेत बेहतर प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कृत करने की योजना थी. नगर पंचायत द्वारा बोधगया के विभिन्न क्लबों को खेलकूद की गतिविधियों में शामिल करने व टीम का गठन कर प्रतियोगिता आदि कराने की भी योजना बनायी गयी थी. इसके लिए फिलहाल कालचक्र मैदान को उपयोग करने व बाद में नगर पंचायत द्वारा अपना खेल मैदान बनाया जाना था.

नहीं बना स्टेडियम
नगर पंचायत क्षेत्र में एक मिनी स्टेडियम बनाने के लिए बजट में 25 लाख रुपये का व्यय होना दिखाया गया था. स्थान की चयन प्रक्रिया शुरू कर दी गयी थी. लेकिन, सतह पर कुछ भी नहीं दिखा. बोधगया में 26 साल पुराने स्टार क्लब के अध्यक्ष राकेश कुमार पप्पू का कहना है कि, खेल मैदान व सरकार से प्रोत्साहन के अभाव में खेलकूद के प्रति नयी पीढ़ी के बच्चों की दिलचस्पी भी खत्म होती जा रही है. उन्होंने बताया कि पहले कालचक्र मैदान में बच्चे क्रिकेट, फुटबॉल आदि का अभ्यास (प्रैक्टिस) करते थे. लेकिन, जाड़े के दिनों में कालचक्र मैदान में विभिन्न तरह के आयोजन होने के कारण खिलाड़ियों को प्रैक्टिस की जगह नहीं मिल पाती. गरमी के दिनों में शाम को खिलाड़ी थोड़ी-बहुत अभ्यास करते हैं. उन्होंने बताया कि फिलहाल, बोधगया नगर पंचायत क्षेत्र के डहरिया बिगहा, बोधगया बाजार, अमवां, भागलपुर, पच्छटी सहित अन्य मोहल्लों में छह क्लब सक्रिय हैं.

रुपये की कमी बाधक
नगर पंचायत की अध्यक्षा प्रीति सिंह ने बताया कि लड़कियों को आत्मरक्षा के लिए स्कूलों में जूडो-कराटे की ट्रेनिंग देने व विभिन्न क्लबों से जुड़े खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने की योजना तो बनायी गयी थी. पर, नगर पंचायत के आंतरिक स्नेत के भरोसे यह सब संभव नहीं हो सका. उन्होंने बताया कि राशि (फंड) के अभाव में बोधगया क्षेत्र में स्टेडियम का निर्माण भी नहीं हो सका. हालांकि, अगले वित्तीय वर्ष में इसे पूरा करने का प्रयास किया जायेगा.

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