अनुबंध पर रखे जायेंगे पीजी शिक्षक : वीसी

बोधगया: मगध विश्वविद्यालय कैंपस स्थित विभिन्न पीजी विभागों में पीछे चल रहे पाठ्यक्रमों को पटरी पर लाने के लिए अब अनुबंध पर शिक्षकों को रखा जायेगा. इसके लिए विश्वविद्यालय में एक चयन समिति बनेगी व शिक्षकों को रखने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. बुधवार को कुलपति प्रो एम इस्तेयाक ने विभिन्न विभागाध्यक्षों व संकायाध्यक्षों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2014 9:45 AM

बोधगया: मगध विश्वविद्यालय कैंपस स्थित विभिन्न पीजी विभागों में पीछे चल रहे पाठ्यक्रमों को पटरी पर लाने के लिए अब अनुबंध पर शिक्षकों को रखा जायेगा. इसके लिए विश्वविद्यालय में एक चयन समिति बनेगी व शिक्षकों को रखने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.

बुधवार को कुलपति प्रो एम इस्तेयाक ने विभिन्न विभागाध्यक्षों व संकायाध्यक्षों के साथ बैठक में यह बताया. उन्होंने बताया कि शिक्षकों की कमी के कारण पाठ्यक्रम समय से पूरा नहीं हो पा रहा है. इसके कारण छात्रों में निराशा व नाराजगी है. इसके कारण छात्र क्लास करने में रुचि नहीं रखते हैं.

उन्होंने कहा कि हमें इससे उबरने के लिए अनुबंध (कांट्रेक्ट) पर शिक्षकों को रखना चाहिए व पार्ट टाइम अनुबंध शिक्षक के सहारे पठन-पाठन को पटरी पर लाया जाना चाहिए. वीसी ने शिक्षकों से यह भी कहा कि लाइब्रेरियनों की कमी से पूरा देश जूझ रहा है. अतएव छात्रहित में शिक्षकों को ही समय निकाल कर लाइब्रेरी को ठीक रखना होगा. कुलपति ने विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारी व विभागाध्यक्षों के साथ पारस्परिक संबंधों को मधुर रखने पर बल देते हुए कहा कि एमयू में पठन-पाठन का बेहतर माहौल बना कर यहां के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के लायक बनाने में तत्परता दिखाये.

उन्होंने विश्वविद्यालय में शोध का वातावरण तैयार करने व इसके लिए सिलेबस तैयार करने को कहा. इस दौरान विभागाध्यक्षों ने विभागों की आधारभूत संरचना व अन्य समस्याओं से भी कुलपति को अवगत कराया. इस उन्होंने कहा कि सभी विभागों का बारी-बारी से मुआयना कर समस्याओं के समाधान का प्रयास किया जायेगा. इसके बाद वीसी ने विश्वविद्यालय कैंपस में चल रहे विभिन्न वोकेशनल कोर्स के निदेशकों के साथ भी बैठक की. विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ एमएस इसलाम ने बताया कि निदेशकों के साथ सिर्फ परिचय प्राप्त के लिए बैठक हुई. किसी अन्य दिन बैठक कर समस्याओं की जानकारी ली जायेगी.

Next Article

Exit mobile version