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कालाधन छुपाने के लिये मिल मालिक ने किया कुछ ऐसा, खुल गयी पोल

मानपुर/गया: नोटबंदी के दौरान किसी तरह जुगत भिड़ा कर ब्लैक मनी को ह्वाइट करनेवालों पर आयकर विभाग ने गया में भी कार्रवाई शुरू कर दी है. आयकर अधिकारियों ने मंगलवार को ब्लैक मनी को ह्वाइट करने में कथित तौर पर संलिप्त एक बैंक दलाल (एमटीआइ कॉटन मिल प्राइवेट लिमिटेड के मालिक मोतीलाल उर्फ मोती बाबू) […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2016 8:15 AM
मानपुर/गया: नोटबंदी के दौरान किसी तरह जुगत भिड़ा कर ब्लैक मनी को ह्वाइट करनेवालों पर आयकर विभाग ने गया में भी कार्रवाई शुरू कर दी है. आयकर अधिकारियों ने मंगलवार को ब्लैक मनी को ह्वाइट करने में कथित तौर पर संलिप्त एक बैंक दलाल (एमटीआइ कॉटन मिल प्राइवेट लिमिटेड के मालिक मोतीलाल उर्फ मोती बाबू) के मानपुर के पटवाटोली-दुर्गा स्थान स्थित ठिकानों के साथ-साथ गया शहर के जीबी रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया में सघन छापेमारी की.

इस दौरान एमटीआइ कॉटन मिल प्राइवेट लिमिटेड के स्टॉक में करीब छह करोड़ की गड़बड़ी व माल में हेराफेरी का खुलासा हुआ है. वहीं, आयकर टीम ने बैंक ऑफ इंडिया में खोले गये पांच ऐसे खातों के बारे में पता लगाया है, जिनमें नोटबंदी के बाद करीब 10 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ. हालांकि, पांचों खाताधारकों ने किसी तरह के लेनदेन से इनकार किया है.

दिया शपथपत्र, सरकारी गवाह बनने को तैयार. आयकर टीम ने खाताधारियों से सख्ती से पूछताछ शुरू की तो उन्होंने अपने बयान से संबंधित न्यायालय का शपथ पत्र सौंप दिया. साथ ही इस मामले में आय कर विभाग को सहयोग करने के लिए सरकारी गवाह बनने पर सहमति जता दी. खाताधारियों के बयान व शपथ पत्र दिये जाने के बाद आय कर अधिकारियों का ध्यान अब पूरी तरह से बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर सहित अन्य अधिकारियों व एमटीआइ कॉटन मिल प्राइवेट लिमिटेड के मालिक मोतीलाल पटवा पर टिक गयी है.
जन धन खातों का हुआ इस्तेमाल. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, मोतीलाल ने अपनी ब्लैक मनी को व्हाइट करने के लिए दो दर्जन से ज्यादा लोगों के बैंक खातों में रुपये जमा करवाये थे. इन खातों में कुछ जन धन अकाउंट भी शामिल हैं. अब तक की छानबीन में लगभग 10 करोड़ रुपये की ब्लैक मनी को व्हाइट कराने की बात सामने आयी है. आइटी अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि ब्लैक मनी को व्हाइट करने में कुल कितने लोगों के खातों का उपयोग किया गया है और कुल कितने रुपये जमा करवाये गये हैं. इस मामले में जीबी रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर से भी पूछताछ की जा रही है.
ब्लैक को व्हाइट करने में कमीशनखोरी. आयकर विभाग के अधिकारी मोतीलाल द्वारा विभिन्न खातों में जमा किये गये रुपयों की पूरी डिटेल खंगाल रहे हैं. बताया जा रहा है कि इस बैंक में कई बेनामी खाते मौजूद हैं. कुछ अन्य बैंकों के खातों में भी रुपये जमा किये जाने का मामला सामने आ रहा है. माना जा रहा है कि जांच का दायरा बढ़ेगा तो बेनामी खातों की संख्या बढ़ सकती है और कुछ ऐसे लोगों के नाम भी सामने आ सकते हैं, जिन्होंने कमीशन के बदले अपने खातों में रुपये रखने दिया था.
मोतीलाल पर टैक्स चोरी का भी संदेह. कॉटन मिल के मालिक के अकाउंट की जांच में बड़े पैमाने पर आयकर चोरी का मामला भी सामने आया है. सूत्रों की मानें, तो छह करोड़ रुपये के स्टॉक में गड़बड़ी और माल में हेराफेरी का खुलासा हुआ है. आइटी के अधिकारी गहनता से जांच कर रहे हैं कि अब तक कितने टैक्स की चोरी की गयी है. सूत्रों का कहना है कि मिल मालिक ने गलत तरीके से स्टॉक दिखा कर टैक्स की चोरी की है. साथ ही, पहले से मौजूद ब्लैक मनी को भी व्हाइट करने का गोरखधंधा किया है.

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