बोधगया : चीन सरकार ने तिब्बत में तिब्बितयों की यात्रा पर रोक लगा दी है ताकि ‘कालचक्र’ दीक्षा में शामिल होने के लिए वे भारत नहीं आ सकें. तिब्बत की निर्वासित सरकार के सूत्रों ने आज कहा कि तिब्बत से आ रही खबर के अनुसार चीन की सरकार ने गुजरे नवंबर महीने से तिब्बतियों के पासपोर्ट जब्त करने शुरू कर दिए हैं.
नेपाली मीडिया ने खबर दी है कि ‘चीन ने अपने नागरिकों के नेपाल की यात्रा करने को लेकर अस्थायी रोक लगा दी है और ट्रेवेल एजेंसियों और एयरलाइन से कहा है कि वे 10 जनवरी तक के सभी यात्रा कार्यक्रमों एवं बुकिंग को तत्काल प्रभाव से रद्द करें. इन सूत्रों के अनुसार चीन के प्रशासन ने श्रद्धालुओं के परिवार वालों को निर्देश दिया है कि वे उनसे तीन जनवरी तक लौटने के लिए कहें. दलाई लामा तीन जनवरी से ही दीक्षा देना शुरू करेंगे.
सूत्रों ने एक तिब्बती श्रद्धालु के हवाले से कहा कि प्रशासन ने श्रद्धालुओं के परिवार वालों से यह सुनिश्चित करने के लिए हस्ताक्षर अभियान शुरू कर दिया है कि उन्होंने स्वदेश लौटने के लिए सूचित कर दिया है. इन घटनाक्रमों को देखते हुए तिब्बत के स्व निर्वासित आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने धर्मशाला, दिल्ली और बोध गया में तिब्बती श्रद्धालुओं को संबोधित किया और उनको सलाह दी कि वे होत्साहित नहीं हों.