माले ने लगाया फर्जी तरीके से करोड़ों की जमीन बेचने का आरोप

मानपुर : मानपुर उदासीन पक्की संगत की जमीन को भू-माफियों से बचाने के लिए मंगलवार को भूमि संघर्ष समिति व भाकपा माले के संयुक्त बैनर तले धरना दिया गया. लोगों ने बताया कि मानपुर उदासीन संगत की जमीन वर्ष 1914-15 के सर्वे अनुसार रानी भुवनेश्वरी कुंवर उर्फ बच्चा साहिबा सहित बाबा इसर दास जी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2017 6:34 AM

मानपुर : मानपुर उदासीन पक्की संगत की जमीन को भू-माफियों से बचाने के लिए मंगलवार को भूमि संघर्ष समिति व भाकपा माले के संयुक्त बैनर तले धरना दिया गया.

लोगों ने बताया कि मानपुर उदासीन संगत की जमीन वर्ष 1914-15 के सर्वे अनुसार रानी भुवनेश्वरी कुंवर उर्फ बच्चा साहिबा सहित बाबा इसर दास जी के चेले जयराम दास जी कौम नानक शाही के नाम दर्ज है.
लोगों ने कहा कि बाद में फर्जी तरीके से अपना दावा पेश कर सर्वे में लखन दास, रधुनाथ दास, नंदा दास, माधो दास के नाम दर्ज करा दिये गये. ये सभी गुरारू थाना के देउकली गांव के रहनेवाले थे. इन लोगों ने फर्जी तरीके से करोड़ों की संपत्ति स्थानीय जमीन माफियाओं के हाथ बेच दी. अगर सरकारी पदाधिकारी व राजनेता सजग रहते, तो जमीन बचायी जा सकती थी. इस जमीन पर स्कूल, पार्क या अस्पताल भी बन सकता था. इस मौके पर भाकपा माले नेता सुदामा राम,
दीपक स्वर्णकार, शंकर गुप्ता, इंद्रदेव विद्रोही, महेंद्र तांती, संतोष कुमार यादव व अन्य लोग मौजूद थे. दूसरी तरफ, जमीन खरीदनेवाले फलधारी पटवा, नंद किशोर प्रसाद, सूरज कुमार व लीला देवी ने बताया कि इस जमीन को लेकर उच्च न्यायालय ने भी फैसला उनके पक्ष में दे दिया.
धरना देनेवाले लोग ही जमीन माफिया हैं. ये लोग लाल झंडा के सहारे जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं. इसकी जानकारी जिला प्रशासन को पहले ही दे दी गयी है. उन्होंने कहा कि उनकी जमीन की मालगुजारी रसीद भी अंचल कार्यालय द्वारा काटी जा रही है. इस तरह के धरना-प्रदर्शन से मानपुर में कभी भी हिंसक की घटना हो सकती है. इस प्रदर्शन से मानपुर के लोग दहशत में हैं.

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