खुले दिमाग से सभी के विचारों को सुने व समझें : दलाई लामा

बोधगया : कालचक्र पूजा के 11वें दिन व मूल पूजा के दूसरे दिन कालचक्र मैदान में विधि विधान के साथ दलाई लामा ने कई अनुष्ठान पूरा किया. उन्होंने कलश पूजा, अभिषेक, जल अभिषेक, वज्र अभिषेक व डमरू अभिषेक के साथ ही मंत्रोच्चार के बीच उपासकों को शिक्षा भी देते रहे. इस दौरान दलाई लामा ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2017 4:57 AM

बोधगया : कालचक्र पूजा के 11वें दिन व मूल पूजा के दूसरे दिन कालचक्र मैदान में विधि विधान के साथ दलाई लामा ने कई अनुष्ठान पूरा किया. उन्होंने कलश पूजा, अभिषेक, जल अभिषेक, वज्र अभिषेक व डमरू अभिषेक के साथ ही मंत्रोच्चार के बीच उपासकों को शिक्षा भी देते रहे. इस दौरान दलाई लामा ने कहा की व्यक्ति के दिमाग में पहले से घर कर बैठी बातों पर ही नहीं बल्कि खुले दिमाग से सभी की बातों व विचारों को सुनना चाहिए.

उन्होंने कहा की सभी की बातों व विचारों को सुनने-समझने के बाद अपने दिमाग व चित पर भी जोर देते हुए निष्कर्ष पर निर्णय करना चाहिए. दलाई लामा ने कहा की वैज्ञानिक लोग किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले कई तरह के परीक्षण करते हैं.

मिर्जा खान ने हाइकोर्ट में दी दस्तक कहा-अफगानी नहीं, भारतीय हूं
18 जनवरी, 2013 को हो चुकी है सजा पूरी, अब भी पूर्णिया केंद्रीय कारा में है कैद
पूर्णिया़ सेंट्रल जेल में विदेशी नागरिक मामले में बंद अफगानी नागरिक गुलाम रसूल उर्फ मिर्जा खान ने उच्च न्यायालय में दस्तक देकर भारतीय नागरिक होने का दावा पेश किया है. अपने दावे उसने कहा है कि वह अपनी साली की हत्या के मामले में आंध्र प्रदेश के सेंट्रल जेल चंचलगोरा में 18 जनवरी, 2001 तक कैद था. इस दौरान उसे 6 जुलाई, 2002 को चेरापल्ली जेल में स्थानांतरित किया गया. इस क्रम में वह विशाखापट्टनम एवं राजमुदरी जेल से कडापा जेल भेजा गया,
जहां वह तीन अक्तूबर, 2009 को रिहा हो गया. कहा है कि कडापा जेल से उसके भारतीय होने के प्रमाण प्राप्त किये जा सकते हैं. इसमें उसके घर के पता का प्रमाण मिल जायेगा. उसने अपने घर का पता आंध्र प्रदेश के हैदराबाद के बहारापुर स्थित विलालनगर मकान नंबर 19/2/145 बताया है. सजा पूरी होने के बाद रिहाई के लिए मिर्जा ने हाइकोर्ट से न्याय की गुहार लगायी है.

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