एक नौकरी छोड़ी, तो कई को मिल रहे अवसर

गया : व्यवसायिक व प्रबंधन के कोर्स व तैयारियों के लिए शहर के एपी कॉलोनी में संचालित रैपिड करियर शेपर्स पिछले एक दशक से लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. वर्ष 2000 में हुई शुरुआत के बाद से अब तक संस्थान ने बैंक व अन्य व्यवसयिक प्रतिष्ठानों के लिए हजारों रिजल्ट दिया है. संस्थान के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:41 PM

गया : व्यवसायिक व प्रबंधन के कोर्स व तैयारियों के लिए शहर के एपी कॉलोनी में संचालित रैपिड करियर शेपर्स पिछले एक दशक से लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. वर्ष 2000 में हुई शुरुआत के बाद से अब तक संस्थान ने बैंक व अन्य व्यवसयिक प्रतिष्ठानों के लिए हजारों रिजल्ट दिया है.

संस्थान के संस्थापक अमिताभ कुमार के प्रयासों का ही नतीजा है कि आज रैपिड ने शहर में अपनी अलग पहचान बना ली है. अंग्रेजी विषय में स्नातकोत्तर करने के बाद अमिताभ कुमार ने सीआरपीएफ में बतौर सहायक कमांडेट नौकरी की. वह स्वयं बताते हैं कि नौकरी उन्हें रास नहीं आयी और 1997 में उन्होंने त्यागपत्र दे दिया.

श्री कुमार कहते हैं कि उनकी इच्छा थी कि छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में मदद की जाये, ताकि अधिक से अधिक लोग नौकरी का अवसर पा सकें. यह इच्छा उनकी अपनी नौकरी के दौरान और भी प्रबल हो गयी. बस उन्होंने नौकरी छोड़ वर्ष 2000 में रैपिड की स्थापना की. आज कैट, मैट, पीओ, क्लर्क, एसएससी, डिफेंस व जनरल प्रतियोगिता की इच्छा रखनेवाले छात्र-छात्राओं के लिए रैपिड करियर शेपर्स एक बेहतर विकल्प के तौर पर खड़ा है.

सफलता से दूर हो जाती हैं मुश्किलें

आइंस्टीन क्लासेज के तहत संचालित संस्था ‘आनंद जिनीयस 15’ के 15 में से 14 बच्चों ने जेइइ मेन की परीक्षा में सफलता पायी है. चंदन कुमार व विवेक कुमार की देखरेख में चल रहे इस संस्थान में बच्चों को आइआइटी की तैयारी का पैकेज उपलब्ध कराया जाता है.

चंदन कहते हैं दोनों संस्थानों को चलाना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन बच्चों की सफलता मुश्किलें व परेशानियां खत्म कर देती हैं. सारी थकान दूर हो जाती है. 2008 में स्थापित आइंस्टीन क्लासेज ने आआइटी की तैयारी कर रहे छात्रों को अच्छा प्लेटफॉर्म दिया है.

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