..और दुल्हन ने भी किया शादी से इनकार

वर पक्ष ने ढाई लाख रुपये देने के लिए भरा बांडइमामगंज : शादी समारोह में बज रही शहनाई की धुन उस समय थम गयी, जब दुल्हन के मांग में सिंदूर डालते समय दूल्हे ने बखेरा खड़ा कर दिया. मंत्रोच्चरण के बीच दूल्हे ने कहा-‘जब तक मेरे परिजन घर नहीं बनायेंगे, तब तक शादी नहीं करूंगा. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:41 PM

वर पक्ष ने ढाई लाख रुपये देने के लिए भरा बांड
इमामगंज : शादी समारोह में बज रही शहनाई की धुन उस समय थम गयी, जब दुल्हन के मांग में सिंदूर डालते समय दूल्हे ने बखेरा खड़ा कर दिया. मंत्रोच्चरण के बीच दूल्हे ने कहा-‘जब तक मेरे परिजन घर नहीं बनायेंगे, तब तक शादी नहीं करूंगा. साथ ही उसने पढ़ाई पूरी करने की भी इच्छा बतायी.’

इस पर सभी लोग स्तब्ध रह गये. मान-मनौव्वल के बाद दूल्हा शादी के लिए तैयार हुआ, तो दुल्हन ने भी अपने तेवर दिखाये और कहा कि वह किसी कीमत पर इस लड़के से शादी नहीं करेगी. यह मामला इमामगंज थाना क्षेत्र के रानीगंज बाजार का है.

जानकारी के मुताबिक, शेरघाटी के जोगापुर गांव के हरिनाथ विश्वकर्मा के मंझले बेटे इंद्रजीत कुमार की बरात शनिवार को रानीगंज बाजार आयी थी. रानीगंज बाजार निवासी रामकृत मिस्त्री की बेटी अनिता कुमारी के साथ इंद्रजीत कुमार की शादी होनी थी. बरात दरवाजा भी लगी.

दोनों पक्षों के लोगों ने हंसी-मजाक करते हुए भोजन का लुफ्त भी उठाया. पंडितजी के वैदिक मंत्रोच्चरण के बीच शादी की विधि शुरू हुई. लेकिन, सिंदूर डालते समय इंद्रजीत ने यह कहते हुए शादी से इनकार कर दिया कि उसके परिवारवाले जब तक घर नहीं बनायेंगे, तब तक वह शादी नहीं करेगा. लोगों ने मनाया, तो कहा कि लड़की पसंद नहीं है.

काफी मिन्नत करने के बाद शादी के लिए तैयार हुआ. इस घटनाक्रम से आहत दुल्हन ने कहा कि जो लड़का अपने अभिभावक की बात नहीं मानता, उसे वह जीवनसाथी नहीं बनायेगी. इस बीच, लोग कहने लगे कि दूल्हे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है.

इधर, आक्रोशित लड़की वालों ने वर पक्ष के लोगों की जम कर धुनाई कर दी. इसके बाद यह ड्रामा थाना पहुंचा. थानाध्यक्ष शिवनारायण राम, सहायक थानाध्यक्ष नीलकमल अपने दल-बल के साथ शादी मंडप पहुंचे. लड़के को काफी समझाया, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका. लड़की ने भी शादी करने से मना कर दिया. इसके बाद थानाध्यक्ष दोनों पक्षों को थाना ले आये.

यहां सहमति बनी कि लड़का पक्ष शादी में खर्च हुए ढाई लाख रुपये लड़की वाले को देगा. इस पर लड़का पक्ष ने थाने में ही डेढ़ लाख रुपये का भुगतान कर दिया. शेष रकम एक सप्ताह के अंदर देने का बांड भरवाया गया. इसके बाद सभी अपने-अपने घर लौटे.
– निर्भय कुमार पांडेय –

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