नक्सली हमले के बाद मोरहर नदी पर पुल निर्माण कार्य बंद

शेरघाटी: चिताप स्थित मोरहर नदी पर पुल निर्माण करनेवाले आरएएस कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्लांट पर लेवी की मांग को लेकर रविवार की रात नक्सली हमले के बाद कंपनी के कर्मचारियों व मजदूरों ने निर्माण कार्य बंद कर दिया है. डरे-सहमे मजदूरों ने सोमवार को निर्माण कार्य पूरी तरह से बंद रखा. मजदूरों का कहना है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2017 8:16 AM
शेरघाटी: चिताप स्थित मोरहर नदी पर पुल निर्माण करनेवाले आरएएस कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्लांट पर लेवी की मांग को लेकर रविवार की रात नक्सली हमले के बाद कंपनी के कर्मचारियों व मजदूरों ने निर्माण कार्य बंद कर दिया है. डरे-सहमे मजदूरों ने सोमवार को निर्माण कार्य पूरी तरह से बंद रखा. मजदूरों का कहना है कि निर्माण कार्य तब तक दोबारा शुरू नहीं किया जायेगा जब तक कि उन्हें सुरक्षा की गारंटी नहीं मिल जाती है.

मजदूरों ने बताया कि घटना के वक्त सूचना के बावजूद चिताप कैंप की पुलिस मौके पर नहीं पहुंची. निर्माण कार्य में लगे मजदूर सुरेश विश्वकर्मा ने बताया कि रविवार की रात नौ बजे के आसपास अचानक एक दर्जन से अधिक हथियारबंद नक्सली कैंप में आकर मारपीट करने लगे. नक्सली कंपनी के मुंशी की खोज कर रहे थे. मारपीट करनेवाले हथियारबंद लोग खुद को आरसीसी नक्सली संगठन का सदस्य बता रहे थे. सुरेश ने बताया कि मारपीट में 11 मजदूर घायल हो गये हैं. दो का हाथ टूट गया है. गंभीर रूप से घायल लोगों को गया के मगध मेडिकल में इलाज चल रहा है. उधर, इस घटना में अब तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है.

पहले भी हो चुके हैं हमले
पुल निर्माण की कंपनी के मजदूरों पर पहले भी दो बार नक्सलियों ने लेवी के लिए हमला किया है. उस वक्त भी मजदूरों के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया था. मजदूरों का कहना है कि यदि उस वक्त ही हमलावरों पर पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की गयी होती तो वह दोबारा कैंप पर हमला नहीं करते.
क्या कहती हैं एसएसपी
एसएसपी गरिमा मलिक ने कहा कि इस घटना को क्षेत्र के बदमाशों ने अंजाम दिया है. पुलिस जांच कर रही है. बहुत हद तक जानकारी मिली है. उनके खिलाफ शीघ्र कार्रवाई होगी. जांच में नक्सलियों द्वारा घटना को अंजाम देने का सुराग नहीं मिला है.

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