गया पटना से भी गरम, अभी राहत नहीं
मौसम. झुलसा देनेवाली गरमी का कहर जारी, जल्द ही 440 सेल्सियस पर पहुंच सकता है तापमान! गया : गया में झुलसा देनेवाली गरमी का कहर जारी है. पिछले दिनों गया का अधिकतम अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो इस मौसम का सबसे गर्म दिन था. गुरुवार को गया का अधिकतम तापमान […]
मौसम. झुलसा देनेवाली गरमी का कहर जारी, जल्द ही 440 सेल्सियस पर पहुंच सकता है तापमान!
गया : गया में झुलसा देनेवाली गरमी का कहर जारी है. पिछले दिनों गया का अधिकतम अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो इस मौसम का सबसे गर्म दिन था. गुरुवार को गया का अधिकतम तापमान राजधानी पटना से भी अधिक रहा. गया अधिकतम तापमान गुरुवार को बढ़ कर 42.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक था, जबकि पटना का तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस ही था.
गुरुवार को गया का न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा. सुबह से ही कड़ी धूप थी, जिससे मौसम गर्म रहा. दिन चढ़ने के साथ ही धूप का कहर तेज हो गया व दोपहर तक आसमान से आग बरसने लगी. भीषण गरमी के कारण सड़कों पर वीरानगी रही. उल्लेखनीय है कि बुधवार को गया का अधिकतम तापमान 41.1 व न्यूनतम तापमान 25.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था. वहीं, मंगलवार को अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री व न्यूनतम तापमान 25.3 डिग्री सेल्सियस था.
पिछले एक सप्ताह का गया का तापमान
तारीख अधिकतम तापमान
21 अप्रैल 37.7 डिग्री सेल्सियस
22 अप्रैल 35.6 डिग्री सेल्सियस
23 अप्रैल 39. 1 डिग्री सेल्सियस
24 अप्रैल 41.1 डिग्री सेल्सियस
25 अप्रैल 41.7 डिग्री सेल्सियस
26 अप्रैल 41.1 डिग्री सेल्सियस
27 अप्रैल 42.4 डिग्री सेल्सियस
आज तापमान में रहेगी नरमी
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना, की डायरेक्टर अर्पिता रस्तोगी ने कहा कि शुक्रवार को तापमान में थोड़ी नरमी रहेगी व 24 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलेगी, जिससे गरमी का एहसास कम होगा. उधर, गुरुवार को भागलपुर का अधिकतम तापमान 42.0 डिग्री व न्यूनतम तापमान 25.0 डिग्री, मुजफ्फरपुर का अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री व न्यूनतम तापमान 23.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विज्ञान केंद्र, पटना, की तरफ से बताया गया है कि 29 व 30 अप्रैल को अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पहुंच सकता है. 30 अप्रैल को शहर में जबरदस्त लू चल सकती है.
दाेपहर में बाजारों में पसरा रहा सन्नाटा
चिलचिलाती धूप का असर ऐसा रहा कि लोग बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे. बहुत जरूरी नहीं होने पर लोगों ने घरों में दुबके रहना ही मुनासिब समझा. शहर के जिन बाजारों में दिनभर चहल-पहल रहती है, उन बाजारों में दोपहर को बिल्कुल सन्नाटा पसरा रहा. छात्र चेहरा व हाथ पैर कपड़ों से ढक कर बाहर निकले.