गया: इंडिया पावर लिमिटेड की गया शहर में भूमिगत तार (अंडर ग्राउंड वायरिंग) की योजना है. इसके लिए शहर में सर्वे का काम किया जा रहा है. ये बातें शुक्रवार को विष्णु विहार होटल में साउथ बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों के साथ बैठक में कंपनी के सीइओ सिद्धार्थ मेहता ने कहीं. उन्होंने कहा कि कंपनी की शहर में भूमिगत तार लगाने की योजना है और इसके लिए सर्वे किया जा रहा है.
पीआर राकेश रंजन ने बताया कि कंपनी के कर्मचारियों ने शुरुआती चरण में राय काशीनाथ मोड़ से गोल पत्थर तक सर्वे का काम किया है. सर्वे पूरा होने के बाद भूमिगत तार लगाने के लिए सरकार से अनुमति ली जायेगी. अनुमति मिलने के बाद इस पर काम शुरू किया जायेगा. इसमें दो वर्षो का समय लग सकता है. उन्होंने बताया कि कंपनी के कर्मचारी जजर्र तारों को तेजी से बदलने में जुटे हैं. फतेहपुर, वजीरगंज व नैली में तारों को बदला गया है.
कंपनी के सीइओ ने बताया कि इंडिया पावर शहर में आने के बाद सैकड़ों युवकों को रोजगार मिला है. कंपनी शहर में बिजली व्यवस्था सुधारने के लिए 150 करोड़ खर्च करेगी. उनका उद्देश्य बिजली की समस्याएं दूर करने के अलावा सामाजिक गतिविधियों में शहरवासियों के साथ कदम-से-कदम मिला करने का है. बैठक में कंपनी के अधिकारियों को चैंबर के सदस्यों ने सलाह दी. उन्होंने कहा कि अगर कंपनी ईमानदारी पूर्वक काम करती है, तो व्यवसायी वर्ग के साथ शहर के लोग भी सहयोग देंगे.
बैठक में इंडिया पावर के प्रफुल्ल कटारिया, किशोर कुणाल, प्रशांत उपाध्याय, जुलफिकार महमूद, सौरभ मलिक, यश सैनी, चैंबर के अध्यक्ष डीके जैन, सचिव राजेश कुमार, संयुक्त सचिव विजय भदानी, प्रमोद भदानी, अरविंद कुमार, लालजी प्रसाद, हरी केजरीवाल आदि शामिल थे.