गया. गया कॉलेज में बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने शैक्षणिक व्यवस्था दुरुस्त करने व छात्र-छात्राओं की समस्या को लेकर धरना-प्रदर्शन किया. छात्रों ने कहा कि नामांकन के नाम पर कॉलेज द्वारा अधिक पैसे लिये जा रहे हैं. कॉलेज के प्राचार्य न सरकार के निर्देश को मान रहे न ही विश्वविद्यालय का. एससी व एसटी छात्रों व सभी वर्ग के छात्राओं से नामांकन शुल्क ले रहे हैं, जिसे नहीं लेना है. कॉलेज प्रोस्पेक्टस व प्रोसेसिंग फीस के नाम पर भी कॉलेज के द्वारा छात्रों से पैसा लिया जा रहा है, जो गलत है. बताया कि विश्वविद्यालय ने ऐसे पैसे छात्रों से लेने पर रोक लगायी है. फिर भी पैसा लिया जा रहा है. इसे लेकर एबीवीपी विश्वविद्यालय में भी आंदोलन करेगा. वहीं कॉलेज कैंपस में पीने का शुद्ध जल उपलब्ध नहीं है. महीनों से वोकेशनल की पढ़ाई पूरी तरह बाधित है. छात्रों ने महिला सुरक्षा व प्लेसमेंट सेल बनाने, वोकेशन कोर्स की पढ़ाई शुरू करने, कैंपस से असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रोकने व कैंपस में सीसीटी कैमरे लगवाने व अन्य मांग की. प्रदर्शन कर रहे एबीवीपी छात्रों से कॉलेज के प्रिंसिपल सतीश चंद्रा ने वार्ता की. छात्रों ने बताया कि 10 दिन में पानी की व्यवस्था, 25 दिन में पुस्तकालय में नयी शिक्षा नीति के तहत किताबें उपलब्ध कराने, साफ-सफाई, कॉलेज में सुचारू बिजली व्यवस्था, डायल 112 पुलिस चौकी की व्यवस्था, महिला व पुरुष छात्रावास में समस्या निराकरण, लैब में सुविधा देने व अन्य समस्याओं को जल्द दूर करने का लिखित आश्वासन दिया गया है. गया महानगर मंत्री विनायक कुमार ने कहा कि पूर्व में वार्ता के बावजूद भी कुलपति और गया कॉलेज के प्राचार्य दोनों मिलकर के गया कॉलेज के छात्र-छात्राओं को आर्थिक परेशानी में डाल रहे हैं. उसे परिषद कतई बर्दाश्त नहीं करेगा परिषद इसको लेकर के बहुत जल्द बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे. मौके पर दक्षिण बिहार प्रदेश के विशेष आमंत्रित सदस्य सूरज सिंह, पवन कुमार, हर्ष कुमार, आर्यन कुमार, अमरजीत कुमार, रणधीर कुमार, विशाल कुमार, आर्यन कुमार, शुभम कुमार, आशीष कुमार, आदित्य मिश्रा, चंदन कुमार, विवेक कुमार, मयंक कुमार, रोहित रंजन, किशोर कुमार व अन्य थे.
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