CUSB के 25 पाठ्यक्रमों में एडमिशन प्रक्रिया शुरू, जानिए कब तक कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन
दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय में पीएचडी के 25 पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 22 व 23 नवंबर को विश्वविद्यालय द्वारा वॉक इन इंटरव्यू आयोजित किया जाएगा. वहीं सत्र की शुरुआत दो जनवरी से होगी. इसके लिए अभ्यर्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.cusb.ac पर आवेदन कर सकते हैं.
बिहार के गया में स्थित दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) ने शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए 25 पीएचडी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 22 नवंबर को समाप्त होगी. सीयूएसबी के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) मोहम्मद मुदस्सिर आलम ने बताया कि पीएचडी में नामांकन प्रक्रिया की आधिकारिक घोषणा विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक (सीओई) डॉ. शांति गोपाल पाईन ने विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.cusb.ac पर कर दी है. उन्होंने बताया कि सीयूएसबी द्वारा सामान्य, ओबीसी, एससी, एसटी और ईडब्ल्यूएस श्रेणियों में कुल 316 सीटों के लिए 25 पाठ्यक्रमों में नामांकन के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं.
सिर्फ ये उम्मीदवार ही एडमिशन के लिए होंगे पात्र
परीक्षा नियंत्रक डॉ शांति गोपाल पाईन ने बताया कि नामांकन के लिए इच्छुक योग्य उम्मीदवार https://forms.gle/EBdMRNMhCWqa84Da8 लिंक के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं . पीएचडी में प्रवेश के लिए 22 व 23 नवंबर को विश्वविद्यालय द्वारा वॉक इन इंटरव्यू आयोजित किया जाएगा. वहीं सत्र की शुरुआत दो जनवरी से होगी. उन्होंने बताया कि पीएचडी में प्रवेश के लिए केवल नेट, जेआरएफ, गेट, जीपैट पास उम्मीदवार ही पात्र होंगे.
इन विषयों में आवेदन
पीएचडी के 25 पाठ्यक्रमों में नामांकन के लिए विश्वविद्यालय द्वारा आवेदन आमंत्रित किए गए हैं. इनमें बायोइनफॉरमैटिक्स, बायोटेक्नोलॉजी, एनवायर्नमेंटल साइंस, लाइफ साइंस, जियोलॉजी, ज्योग्राफी, फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथमेटिक्स, स्टेटिस्टिक्स, कंप्यूटर साइंस, फिजिकल एजुकेशन, एजुकेशन, ला (विधि), हिंदी, इंग्लिश, जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन, साइकोलॉजी, क्लीनिकल साइकोलॉजी, कॉमर्स, फार्मेसी, सोशियोलॉजी, पोलिटिकल साइंस एंड आइआर, हिस्ट्री व इकोनॉमिक्स शामिल हैं.
20 नवंबर तक कर सकते हैं आवेदन
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाले उम्मीदवार नामांकन के लिए 20 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं. इच्छुक उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि पीएचडी के लिए आवेदन करने से पहले विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट www.cusb.ac.in पर कार्यक्रमों, पात्रता मानदंड आदि का विवरण अच्छी तरह पढ़ लें. आवेदन शुल्क का भुगतान करने की अंतिम तिथि 20 नवंबर है, जिसे विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध गेट वे एसबीआइ कलेक्ट https://www.onlinesbi.sbi/sbicollect के माध्यम से ऑनलाइन जमा करना होगा.
हेल्पलाइन नंबर जारी
प्रवेश प्रक्रिया के संबंध में कोई भी जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएगी. उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वो इससे जुड़ी जानकारी के अपडेट के लिए समय-समय पर वेबसाइट पर विजिट करते रहें. यदि किसी उम्मीदवार का कोई प्रश्न हैं या उन्हें आवेदन में कोई परेशानी हो रही हो तो उसके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. उम्मीदवार admission@cusb.ac.in, pstocoe@cusb.ac.in पर ईमेल कर या हेल्पलाइन नंबर 0631-2229512, 2229514, 2229518, 9472979367 पर संपर्क कर जानकारी ले सकते हैं.
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विश्वविद्यालय को प्राप्त है NAAC A++ ग्रेड
बता दें कि जून महीने में ही दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय, गया ने 3.58 ग्रेड पॉइंट के साथ राष्ट्रीय मूल्यांकन व प्रत्यायन परिषद् (नैक) से ‘ए प्लस प्लस ’ ग्रेड प्राप्त किया है. यह यूनिवर्सिटी भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के तहत उच्च शिक्षा विभाग के दायरे में आने वाले 54 सरकारी विश्वविद्यालयों में से एक है. इसकी स्थापना भारतीय संसद द्वारा पारित केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम, 2009 के तहत बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के रूप में हुई थी. बाद में केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) अधिनियम, 2014 द्वारा इसका नाम बदलकर दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) कर दिया गया.
2013 में शुरू हुआ था विश्वविद्यालय
विश्वविद्यालय ने अपनी अकादमिक यात्रा की शुरुआत पहले पटना और बाद में वर्ष 2013 में गया में भाड़े पर लिए गये मकानों के साथ की थी. विश्वविद्यालय को अपना अत्याधुनिक स्थायी परिसर 2018 में गया के पंचानपुर के निकट प्राप्त हुआ. वर्तमान में विश्वविद्यालय अपने विश्वस्तरीय परिसर में 11 अकादमिक पीठों व 25 अकादमिक विभागों के साथ सुचारु रूप से कार्यरत है. फिलहाल यहां 180 उच्च कोटि के शिक्षक देश के दूर दराज क्षेत्रों से व विदेशों से आये हुए लगभग 3000 छात्र -छात्राओं को विश्वस्तरीय शिक्षण- प्रशिक्षण व विभिन्न अनुशासनों में अत्याधुनिक अनुसंधान प्रदान कर रहे हैं.