गया. बाजार में एमआरआइ जांच में लोगों को पैसा देने में पसीने छूट जाते हैं. प्रमंडल के सबसे बड़े अस्पतालों में शुमार एएनएमएमसीएच में भी एमआरआइ की व्यवस्था नहीं थी. इसके चलते यहां के मरीजों को भी बाहर में ही एमआरआइ के लिए जाना पड़ता था. कई मरीज पैसा नहीं होने के चलते जांच भी नहीं करा पाते थे. अस्पताल परिसर के सीटी स्कैन यूनिट परिसर में पीपीपी मोड पर एमआरआइ मशीन लगायी गयी है. अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, बाजार के जांच केंद्र में एमआरआइ का अगर नौ हजार लिया जाता है, तो यहां पर तीन हजार रुपये में यह जांच की जायेगी. इसके बाद यहां के मरीजों व बाहर से जांच के आए मरीजों को भी अब एमआरआइ के लिए अधिक रेट नहीं देना होगा. हालांकि, अस्पताल परिसर में बने सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भी एमआरआइ मशीन लगायी गयी है. यहां पर सिर्फ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों का ही एमआरआइ किया जा सकेगा. अधीक्षक डॉ विनोद शंकर सिंह ने बताया कि अस्पताल में मरीज को एमआरआइ जांच की आवश्यकता होने पर उसे बाहर प्राइवेट का रुख करना पड़ता है. बाजर रेट बहुत ही महंगा होने के चलते कई मरीज जांच ही नहीं करा पाते थे. अस्पताल परिसर में पीपीपी मोड पर मशीन लगा दी गयी है. एक सप्ताह के अंदर जांच की सुविधा शुरू कर दी जायेगी. यह सुविधा बाजार रेट से एक तिहाई कम रेट पर दी जायेगी.
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