Loading election data...

Eid al-Fitr 2024 को लेकर दिखने लगा उमंग का माहौल, देर रात तक बाजारों में दिख रही चमक

11 अप्रैल को Eid al-Fitr पर्व मनाये जाने की उम्मीद है, ईद को लेकर उमंग का माहौल दिखने लगा है. त्योहार की खरीदारी को लेकर गया के बाजरों में सुबह 10 बजे से देर रात तक लोगों की आवाजाही दिख रही है. बारी रोड, गोदाम, धामी टोला व बजाजा रोड में ज्यादा भीड़ है.

By Anand Shekhar | April 3, 2024 7:54 PM
an image

नीरज कुमार, गया. रमजान अपने साथ ईद (Eid al-Fitr) की खुशियां लेकर आता है. ईद इस्लामी कैलेंडर के 10वें महीने शव्वाल के पहले दिन मनायी जाती है. यह त्योहार मूल रूप से भाईचारे को बढ़ावा देने वाला माना जाता है. इसे सभी आपस में मिल कर मनाते व खुदा से अपने व परिवार की सुख-शांति व बरक्कत की दुआ मांगते हैं. इस वर्ष ईद का त्योहार 10 अप्रैल को चांद दिखा, तो 11 अप्रैल को मनाये जाने की उम्मीद है.

पैगंबर मुहम्मद ने मनायी थी पहली ईद

माना जाता है कि सबसे पहली ईद सन 624 ईस्वी में पैगंबर मुहम्मद ने मनायी थी. इस ईद को ईद उल-फितर के नाम से जाना गया. पैगंबर हजरत मोहम्मद ने ईद बद्र के युद्ध में विजय हासिल करने की खुशी में मनायी थी. इस्लामिक प्रथा के मुताबिक ईद की नमाज अदा करने से पहले हर व्यक्ति को दान (जकात व फितरे) देना जरूरी होता है.

Eid al-Fitr को लेकर बढ़ने लगी बाजारों में चहल पहल

ईद की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, बाजार में भी चहल-पहल बढ़ने लगी है. दोपहर बाद से देर रात तक खरीदारी को लेकर बाजार गुलजार रह रहे हैं. शहर के प्रमुख व्यवसायिक क्षेत्र बारी रोड, जीबी रोड, केपी रोड, गोदाम, धामी टोला, बजाजा रोड चौक सहित अन्य इलाकों में खरीदारी को लेकर सुबह करीब 10 बजे से देर रात तक लोगों की आवाजाही हो रही है. दोपहर बाद से रात करीब आठ बजे तक इन प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों में लोगों की भीड़ अधिक जुटने से जाम की स्थिति बनी रहती है.

बाजार आने वाले अधिकतर लोग अपनी जरूरतों के अनुसार ईद से जुड़े सामान की खुलकर खरीदारी कर रहे हैं. दुकानदारों द्वारा ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए रंग-बिरंगे बल्बों से दुकानों के साथ-साथ पूरे रोड को सजा दिया गया है. शाम ढलने के बाद ईद की खरीदारी को लेकर काफी लोगों के बाजार पहुंचने से इन क्षेत्रों में देर रात तक जाम की स्थिति बनी रहती है.

Eid al-Fitr की खरीददारी को लेकर बाजारों में भीड़

कपड़ा, सेवई, खजूर व इत्र के कारोबार को लगा है पंख

ईद के दिन नये कपड़े पहनने के साथ-साथ इत्र लगाने की पुरानी परंपरा रही है. इसके कारण कपड़े के साथ-साथ सेवई, खजूर, इत्र, टोपी, फुटवियर व नये बर्तनों के कारोबार को पंख लग जाते हैं. अधिकतर सामान के दाम बढ़ने के बावजूद भी ईद मनाने वाले अधिकतर लोग अपनी आर्थिक क्षमता के अनुसार खुले मन खरीदारी कर रहे हैं. इसके अलावा ईद से जुड़े अन्य सामान के कारोबार में भी बीते वर्ष की तुलना में 50 प्रतिशत से भी अधिक का उछाल आया है.

ईद पर इस बार भी दुबई व सऊदी के इत्र से शहर धमकने लगा है. हालांकि काफी महंगा होने से दुबई व सऊदी के इत्र की काफी कम बिक्री होती है. बावजूद कारोबारी दुकान के मेल को मेंटेन के लिए इन सामान को भी रखते हैं. ईद की खरीदारी करने आये लोग अपनी जरूरत व शौक के अनुसार इत्र की भी खुलकर खरीदारी कर रहे हैं.

खरीदारी के लिए बाजार आये लोग चाट-पकौड़े व बिरयानी का भी ले रहे स्वाद

बाजार जहां इस ईद से जुड़े सामान से सज गया है. वहीं खरीदारी के लिए बाजार आये अधिकतर लोग बिरयानी, चाट, पकौड़ी का भी स्वाद चख रहे हैं. ईद को लेकर प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्र में स्थायी दुकानों के अलावा फुटपाथ पर दर्जनों चाट-पकौड़ा, बिरयानी की अस्थायी व चलंत दुकानें लगी हुई हैं. इन दुकानों से लोग स्वरुचि के अनुसार चाट-पकौड़ा, बिरयानी का स्वाद भी ले रहे हैं.

Also Read : एतकाफ करने से मिलता है दो उमरा व दो हज का शबाब, सूरज डूबने से पहले मस्जिदों में दाखिल होते हैं रोजेदार

Exit mobile version