गया. पूरे जिले में खुशहाली व भाईचारे के साथ कुर्बानी का त्योहार मनाया गया. इस मौके पर मुस्लिम संप्रदाय के लोगों ने नमाज पढ़ने के बाद एक-दूसरे से गले मिलकर बकरीद की बधाइयां दीं. शहर के गांधी मैदान, कर्बला, जमा मस्जिद, छोटी मस्जिद, मुन्नी मस्जिद करीमगंज मस्जिद, ईदगाह व अन्य मस्जिदों के अलावा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के मस्जिदों व ईदगाहों में बकरीद की सामूहिक नमाज आयोजित हुई. इसमें काफी लोग शामिल हुए. नमाज पढ़ने के बाद लोगों ने अल्लाह से अपने व परिवार के लिए खुशहाली व तरक्की की दुआ की. साथ ही जाने अनजाने में हुए गुनाहों के लिए माफी भी मांगी. इसके बाद एक-दूसरे से गले मिलकर बकरीद की बधाई दी. गांधी मैदान सहित प्राय: सभी मस्जिदों व ईदगाहों के पास बेहतर विधि-व्यवस्था को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा अतिरिक्त पुलिस जवानों की तैनाती की गयी थी. नमाज पढ़ने के बाद लोग अपने घर पहुंचे व कुर्बानी दी. इस मौके पर सगे-संबंधियों, दोस्तों व पड़ोसियों को आमंत्रित कर उन्हें भी बकरीद पर सेवइयां व अन्य पकवान खिलाये. साथ ही गले मिलकर बकरीद की बधाइयां भी दी. कर्बला के खादिम डॉ सैयद शाह शब्बीर आलम कादरी ने बताया कि अगले तीन दिनों तक कुर्बानी का सिलसिला जारी रहेगा. बकरीद पर ईदगाह कर्बला में सामूहिक नमाज आयोजित हुई जिसमें मुस्लिम संप्रदाय से जुड़े काफी लोग शामिल होकर नमाज अदा की. नमाज के बाद लोग एक दूसरे के गले मिल बकरीद की मुबारकबाद दी. कर्बला के खादिम डॉ कादरी ने बताया कि बकरीद एक पवित्र त्योहार है. इसे बलिदान का त्योहार के रूप में जाना जाता है. इस त्योहार को ईद उल- जीलहिज्जाह के 10वें दिन मनाया जाता है, जो इस्लामी या चंद्र कैलेंडर का बारहवां महीना होता है. यह वार्षिक हज यात्रा का प्रतीक है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है