Bihar Election 2020, PM Modi Speech Today Highlight (Summary) In Hindi, Punching Quotes : बिहार चुनाव 2020 में आज से पीएम मोदी की एंट्री हो गयी है. वे सासाराम में विपक्षियों पर जमकर बरसे. कुछ देर में वे गया और भागलपुर से चुनावी सभाएं करेंगे. उनके साथ बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी मंच साझा करते नजर आयेंगे. आइये जानते हैं उनके आज के भाषण से जुड़ी खास बातें…
पीएम की सभा सासाराम जिले के रोहतास से शुरू हुई. 11 बजे सभा सासाराम में सभा करने के बाद वे अब 12 बजे से गया में अपनी दूसरी सभा को संबोधित किए. अब कुछ देर में भागलपुर में उनकी आखिरी सभा होगी. इन रैलियों में आने वाले लोगों के शरीर का तापमान मापा जा रहा है. जिनका बॉडी तापमान 98.6 डिग्री से ऊपर होगा उन्हें सभा में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. आइये जानते हैं इस बिहार चुनाव 2020 में पीएम मोदी की एंट्री से कितना चढ़ा सियासी पारा…
मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत करते हुए कहा कि बिहार के स्वाभिमानी और मेहनती भाई, आप सभी को प्रणाम! उन्होंने कहा कि बिहार के अन्नदाता किसान को धान का कटोरा कहा जाता है. मां मुण्डेश्वरी के पावन धरती पर सभी का अभिनंदन करते हुए उन्होंने अपने भाषण की शुरूआत की.
लालटेन के जमाना गईल, भारत के दिल बाटे बिहार, भारत का स्वाभिमान ब बिहार, भारत का संस्कार ब बिहार, सम्पूर्ण क्रांति के जयघोष बा बिहार, बिहार के जवान गलवान आ पुलवामा में बलिदान भइलें. लेकिन भारत माता के शीश ना झुके देहलें, हम उनका श्रद्धांजलि दे तानी.
पीएम मोदी ने कहा कि मंडी और एमएसपी तो बहाना है, असल में दलालों और बिचौलियों को बचाना है. विपक्ष मिलकर विरोध में इतने अंधे हो गए है कि वे दलालों और बिचौलियों को सर्पोट कर रहे हैं.
उन्होंने बोला कि आपको ज्ञात होगा ही कि कैसे लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष ने मिल कर लोगों में भ्रम फैलाने की कोशिश की. उन्होंने राफेल पर दलालों की भाषा बाली थी.
कैमूर में जिस दुर्गावती परियोजना का शिलान्यास 70 के दशक में किया गया था. उसके बाद से वो योजना लटकी हुई थी. जिसे एनडीए पूरा कर रही है.
देश अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा. विरोधी जिसकी चाहे किसी की भी मदद ले लें. उन्होंने बताया कि आए दिन विपक्ष लोगों में भ्रम फैलाने की पूरी कोशिश करता है. उन्हें चाहे जिसकी भी मदद लेनी है ले लें. देश पीछे नहीं हटने वाला. उन्होंने 370, राफेल समेत अन्य मुद्दों को लेकर उक्त बातें कही.
भारत के गांवों में रहने वालों की दिक्कत अब दूर करेगी भारत सरकार की स्वामित्व योजना. घर-जमीन की ड्रोन से हो रही मैपिंग. टेक्नॉलाजी से हो रहा काम. मिलेगा सभी को अपने घर का स्वामित्व कार्ड. कोई नहीं छिन पायेगा आपकी जमीन.
विकास के लिए फिर नीतीश के साथ बनेगी सरकार. यूपीए सरकार ने किया नीतीश सरकार को परेशान.
बिहार को भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एनडीए सरकार बेहद जरूरी है. महिलाएं, पुरूष के अलावा गठबंधन के सभी कार्यकर्ता मिलकर बूथ लेवल पर कर रहे काम. एनडीए की जीत तय है.
वामपंथ…वो लाल दानव जिसने सालों तक लालू यादव की शह पर बिहार को हिंसा, अपहरण, रंगदारी और नरसंहार की आग में झोकें रखा।
— BJP (@BJP4India) October 23, 2020
तेजस्वी के ठगबंधन में शामिल सपोलों के हिसाब से ये नक्सली कोई आतंकी नहीं है बल्कि बंदूक वाले गांधी है!
इस बार बिहार की जनता इन धोखेबाजों को मिट्टी में मिला देगी। pic.twitter.com/4YYbKU0BEm
गया में होनी वाली प्रधानमंत्री की रैली से पहले भाजपा ने विपक्ष पर एक वीडियो ट्वीट किया है. जिसमें लिखा है, वामपंथ…वो लाल दानव जिसने सालों तक लालू यादव की शह पर बिहार को हिंसा, अपहरण, रंगदारी और नरसंहार की आग में झोकें रखा. तेजस्वी के ठगबंधन में शामिल सपोलों के हिसाब से ये नक्सली कोई आतंकी नहीं है बल्कि बंदूक वाले गांधी है! इस बार बिहार की जनता इन धोखेबाजों को मिट्टी में मिला देगी.
पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए (NDA) की जीत के साथ ये चुनाव बिहार की भूमिका को और मजबूत करेगा.
90 के दशक में बिहार के लोगों का अहित किया गया, बिहार को अराजकता और अव्यवस्था के किस दलदल में धकेल दिया ये आप में से अधिकांश ने अनुभव किया है. आज भी बिहार की अनेक समस्याओं की जड़ में 90 के दशक की अव्यवस्था और कुशासन है.
90 दशक में लोग कोई गाड़ी नहीं खरीदते थे, ताकि एक राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं को उनकी कमाई का पता न चल जाए. ये वो दौर था जब एक शहर से दूसरे शहर में जाते वक्त ये पक्का नहीं रहता था कि उसी शहर पहुंचेंगे या बीच में किडनैप हो जाएंगे.
पहले बिजली संपन्न परिवारों के घर में होती थी, गरीब का घर दीए और ढिबरी के भरोसे रहता था. आज के बिहार में लालटेन की जरूरत खत्म हो गई है. आज बिहार के हर गरीब के घर में बिजली का कनेक्शन है, उजाला है.
आज बिहार में इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, IIT, IIM जैसे संस्थान खोले जा रहे हैं. यहां बोधगया में भी तो IIM खुला है जिस पर सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. वरना बिहार ने वो समय भी देखा है, जब यहां के बच्चे छोटे-छोटे स्कूलों के लिए तरस जाते थे.
बीते वर्षों में बिहार के इस हिस्से को नक्सलियों के आतंक से मुक्ति दिलाने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं. अब नक्सलवाद को देश के एक छोटे से हिस्से में समेट दिया गया है.
नवादा और औरंगाबाद सहित बिहार के वो जिले जो विकास की दौड़ में पीछे छूट गए हैं उनको आकांक्षी जिलों के तौर पर चुना गया है. इन जिलों में शिक्षा, स्वास्थ, पोषण, इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे तमाम पहलुओं को प्राथमिकता दी जा रही है.
NDA के विरोध में इन लोगों ने मिलकर जो ‘पिटारा’ बनाया है, जिसे ये लोग महागठबंधन कहते हैं, उसकी रग-रग से बिहार के लोग वाकिफ हैं. वो लोग जो नक्सलियों को, हिंसक गतिविधियों को खुली छूट देते रहे, आज वो NDA के विरोध में खड़े हैं.
लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार की बहनों से मैंने कहा था कि आपको पीने के पानी की समस्या का समाधान देकर रहेंगे. इस दिशा में जल जीवन मिशन के तहत तेजी से काम चल रहा है.
देश को तोड़ने की, देश को बांटने की वकालत करने वालों पर जब एक्शन लिया जाता है, तो ये लोग उनके साथ खड़े हो जाते हैं. इन लोगों का मॉडल रहा है बिहार को बीमार और लाचार बनाना.
श्रीमान नीतीश जी की अगुवाई में यहां बेहतर तालमेल वाली, तेजी से काम करने वाली सरकार बने इसके लिए आपका मतदान जरूर करना है. आपका वोट इसलिए जरूरी है ताकि बिहार फिर से बीमार न पड़ जाए.
नीतीश जी की अगुवाई में भाजपा, जेडीयू, हम पार्टी और वीआईपी पार्टी के गठबंधन के पक्ष में बिहार का मत स्पष्ट है. मैं जहां गया जो मिजाज देख रहा हूं, बिहार की जनता नीतीश जी को दोबारा मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प ले चुकी है.
NDA के विरोध में आज जो लोग खड़े हैं, वो देशहित के हर फैसले का विरोध कर रहे हैं. जम्मू कश्मीर से धारा-370 हटाने का फैसला हो, ये लोग विरोध में हैं. तीन तलाक के विरुद्ध कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं को नए अधिकार देना हो, ये लोग विरोध में हैं. भारत की जांबाज सेना आतंकियों पर कोई कार्रवाई करे, सदहद पर तिरंगे की शान बढ़ाए, ये लोग विरोध में हैं. सुप्रीम कोर्ट अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने को कहे, ये लोग विरोध में हैं. राष्ट्रहित में कोई भी, कुछ भी फैसला ले, ये लोग विरोध में हैं.
उन्होंने कहा जब-जब बिहार ने इन लोगों पर विश्वास किया है, इन लोगों ने बिहार के साथ, बिहार के गौरव के साथ विश्वासघात किया गया है. बिहार को लूटकर इन लोगों ने अपने परिवार की तिजोरियां भरी हैं, रिश्तेदारों को अमीर बनाया है. क्या जंगलराज में कभी भी विकास और लोकतांत्रिक मूल्य फल-फूल सकते हैं? बिहार भ्रष्टाचार मुक्त शासन का हकदार है. इसे कौन सुनिश्चित करेगा? खुद भ्रष्टाचार में लिप्त लोग या भ्रष्टाचारियों से लड़ने वाले लोग?
एनडीए के विरोधी दल जब किसानों के लिए कुछ कर नहीं पाए तो अब किसानों को लगातार झूठ बोलने में जुट गए हैं. आजकल ये लोग MSP को लेकर अफवाहें फैला रहे हैं. ये NDA की ही सरकार है जिसने किसानों को लागत का डेढ़ गुना MSP देने की सिफारिश लागू की थी. ये NDA की ही सरकार है जिसने सरकारी खरीद केंद्र बनाने और सरकारी खरीद, दोनों पर बहुत जोर दिया है. जब ये लोग सरकार में थे उसकी तुलना में बिहार में ही धान की सरकारी खरीद चार गुना और गेहूं की सरकार खरीद पांच गुना बढ़ी है. इनके पास आज तक इसका जवाब नहीं है कि जब इनकी सरकार थी तब MSP पर फैसला क्यों नहीं लिया?
उन्होंने कहा कि बिहार आत्मनिर्भरता के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है. अगर बिहार में विरोध और अवरोध को जरा भी मौका मिला तो बिहार की गति और प्रगति दोनों धीमी पड़ जाएगी. इसलिए, नीतीश जी की अगुवाई में भाजपा, जेडीयू, हम और वीआईपी के गठबंधन यानि एनडीए को अपना एक-एक वोट दें.
अंत में उन्होंने कहा कि त्योहारों का सीजन है. इसलिए जो भी खरीदारी करें, अधिक से अधिक लोकल खरीदने की कोशिश करें. हमारे मिट्टी के हस्तशिल्पियों, दूसरे शिल्पियों के बनाए बर्तन, दीए, खिलौने जरूर खरीदिए. मिलकर कोशिश करेंगे तो बिहार भी आत्मनिर्भर होगा, भारत भी आत्मनिर्भर होगा.
Posted By : Sumit Kumar Verma