Bihar News: गया शहर के 11 तालाबों का होगा सौंदर्यीकरण, बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पास
Bihar News: गया शहर के 11 तालाबों का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा. इसके साथ ही पर्व के दौरान साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
Bihar News: गया. दुर्गापूजा, दीपावली, छठ के अवसर विशेष व्यवस्था, तालाबों का सौंदर्यीकरण, साफ-सफाई, जलापूर्ति, प्रकाश व्यवस्था सहित शहर के विकास योजनाओं को समय पर पूरा किया जायेगा. पर्व के दौरान साफ-सफाई और प्रकाश व्यवस्था पर विशेष जोर दिया जायेगा. इसके अलावा सड़कों पर चूना ब्लीचिंग और फॉगिंग इत्यादि की मुकम्मल व्यवस्था होगी. पूजा-पंडालों के इर्द-गिर्द साफ-सफाई की अतिरिक्त व्यवस्था की जायेगी. उक्त बातें नगर निगम में स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में गुरुवार को सामने आयी. मेयर डॉ वीरेंद्र कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक का संचालन कर रहे स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य डॉ अखौरी ओंकार नाथ ने कहा कि सरयू तालाब, गदालोल तालाब, लाल बाबा तालाब, पाताल गंगा, सूर्य पोखरा के अलावा विसार तालाब, सिंगरा स्थान, खरखुरा भलुआई सहित अन्य 11 तालाबों का सौंदर्यीकरण जल्द कराया जायेगा. इस बैठक के बाद बोर्ड की बैठक में इन सारे प्रस्तावों को पेश किया जायेगा.
पहले के कामों की जांच के लिए गठित होगी कमेटी
मेयर ने कहा कि इससे पहले की नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा ने लगभग एक साल से लोकसभा चुनाव अचार संहिता व पितृपक्ष मेले में बिना स्टैंडिंग व बोर्ड की अनुमति के विभागीय स्तर से करोड़ों रुपये की राशि से काम कराये, जो कि नियम के विरुद्ध हैं. उन्होंने कहा कि सिर्फ पितृपक्ष मेले में 46 योजनाओं का काम दो करोड़ 65 लाख रुपये से विभागीय स्तर से कराये गये. स्टैंडिंग के सदस्यों ने एक स्वर में इसकी जांच के लिए तदर्थ समिति का गठन कराने का निर्णय लिया गया है.
कई बार से टारगेट पर रह रहे कनीय अभियंता
कनीय अभियंता दिनकर प्रसाद कई बार से बैठक में टारगेट पर रहे. हालांकि, तीन माह ही इनके रिटायर्ड होने में अब शेष हैं. बैठक के एजेंडे में भी गुरुवार को सबसे पहले इनका मुद्दा ही गरमाता रहा. बैठक में सशक्त स्थायी समिति सदस्य मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि कनीय अभियंता दिनकर प्रसाद की ओर से जिम्मेदारी मिलने के बाद वार्ड नंबर चार में रामवृक्ष के घर से अरुण के घर तक रोड बनाने के बजाय दूसरे जगह रोड बनाया गया.
इसकी पुष्टि सिटी मैनेजर की जांच में हो गयी है. इनके खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव पहले से ही पारित हो चुका है. इस पर नगर आयुक्त कुमार अनुराग ने कहा कि मामला शिफ्टिंग का लगता है. फाइल व जांच रिपोर्ट देखने के बाद ही इस पर बात हो सकती है. इस पर बोलने की अनुमति कनीय अभियंता ने मांगी, लेकिन उन्हें यह कह कर बैठा दिया गया कि वे सदस्य नहीं हैं. इसके बाद सशक्त के सदस्य धर्मेंद्र कुमार ने कनीय अभियंता को बोलने देने की बात कही. इस पर मोहन श्रीवास्तव व धर्मेंद्र कुमार में बहस हुई, पर मामला शांत हो गया.
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निगम के क्लर्क भी हो गये है ठेकेदार: मेयर
बैठक में मेयर ने कहा कि निगम में अधिकारी के पक्ष में काम करने को लेकर इतनी बेचैनी पिछले दिनों रही कि यहां के क्लर्क भी ठेकेदार हो गये हैं. योजनाओं को लेकर कई तरह के दिशा-निर्देश देते रहे हैं. सारा भांडा अब सामने आने लगा है. उन्होंने कहा कि सभी योजनाओं की जांच समिति बनाकर करायी जायेगी. उसके बाद ही पेमेंट कराया जायेगा. पिछले कुछ दिनों से सिर्फ मनमाने ढंग से ही काम किया गया है. बिना बोर्ड व स्टैंडिंग कमेटी की स्वीकृति के ही करोड़ों रुपये की योजना करा लिये गये. अब सारा माजरा सामने आ रहा है. कई योजनाओं को बिना किसी लिखित आदेश के भी पूरा कराया गया है.
योजना का नाम सुनते हैं, वार्डों में कुछ कराया ही नहीं जाता
सशक्त स्थायी समिति सदस्य स्वर्णलता वर्मा ने बड़ी-बड़ी योजनाओं की बात होते सुन बीच में टोकते हुए कहा कि योजनाओं का नाम सुनते-सुनते कान पक गया है. वार्ड में कुछ कराया ही नहीं जाता है और बैठक में सिर्फ कागज रंग कर सपना दिखाया जाता है. इसके बाद उनका ही चेहरा सभी लोग देखने लगे. नगर आयुक्त ने कहा कि उपलब्ध राशि के अनुरूप योजनाओं की स्वीकृति होने पर ही काम को आसानी से कराया जा सकता है. उपलब्ध राशि से अधिक की योजना लेने पर दिक्कत, तो आयेगी ही. इसलिए इस बार उसके अनुरूप ही योजना ली जाये.
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में डिप्टी मेयर चिंता देवी, नगर आयुक्त कुमार अनुराग, स्टैंडिंग सदस्य मनोज कुमार, चुन्नू खां, विनोद यादव, स्वर्णलता वर्मा, तब्सुम परवीन, धर्मेंद्र कुमार, उप नगर आयुक्त शिव नाथ ठाकुर, शिवनंदन कुमार आदि मौजूद थे.