रोशन कुमार,
Bihar News गया जिले में साइबर गिरोह से जुड़े अपराधियों की नजर आम लोगों के बैंक खातों पर है. किसी न किसी प्रकार से झांसे में लेकर साइबर अपराधी जिले के डॉक्टर, बैंक अधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, वकील व व्यवसायियों के बैंक खाते से अवैध रूप से निकासी कर ले रहे हैं या संबंधित लोगों के बैंक खाते से अपने खाते में रुपये जमा करा ले रहे हैं.
इन्हीं घटनाओं में अबतक का जिले का सबसे बड़ा साइबर क्राइम आइएमए के प्रदेश अध्यक्ष सह वरीय चिकित्सक डॉ एएन राय के साथ हुई और साइबर अपराधियों ने उन्हें सीबीआइ के नाम पर झांसे में लेकर चार करोड़ 40 लाख रुपये अपने खातों में ट्रांसफर करा लिये.
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हालांकि, अगस्त महीने में होनेवाली यह पहली घटना नहीं है. 4.40 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की घटना को छोड़ कर इस माह के पहले पखवारे में साइबर अपराधियों के शिकार हुए 13 लोगों से एक करोड़ 97 हजार 662 रुपये की धोखाधड़ी हो चुकी है.
एक अगस्त को दर्ज हुआ 24.16 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शहर के चंदौती मोड़ के पास स्थित प्यारे घराना में रहनेवाली व एसबीआइ गया में पोस्टेड संध्या कुमारी के साथ 24 लाख 16 हजार 176 रुपये की धोखाधड़ी हुई. इस मामले को लेकर पीड़िता के बयान पर एक अगस्त को साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी.
दो अगस्त को दर्ज हुआ 2.99 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला
शहर के रामपुर थाना क्षेत्र के मनोकामना मंदिर-न्यू बुद्धा बस्ती के पास रहनेवाले अमित कुमार पंडित को साइबर अपराधियों ने फ्लिपकार्ट से सामान की डिलिवरी देने के नाम पर झांसे में लिया और उनके बैंक खाते से अवैध रूप से दो लाख 99 हजार 997 रुपये की अवैध निकासी कर ली. इसे लेकर दो अगस्त को पीड़ित के बयान पर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी.
छह अगस्त को दर्ज हुए तीन मामले
वजीरगंज थाना क्षेत्र के मदरडीह गांव के रहनेवाले सुनील प्रसाद वर्मा को 10 हजार रुपये लौटाने के नाम पर साइबर अपराधियों ने पंजाब नेशनल बैंक का अधिकारी बता कर झांसे में लिया और उनके बैंक खाते से एक लाख 41 हजार 558 रुपये की अवैध निकासी कर ली.
इसे लेकर पीड़ित के बयान पर छह अगस्त को साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. बोधगया थाना क्षेत्र के सिढ़ियाघाट गांव के रहनेवाले विनय कुमार मिश्रा को साइबर अपराधियों ने टीवी रिचार्ज कराने के नाम पर वीडियो कॉल करके झांसे में लिया और उनके पंजाब नेशनल बैंक के खाते से दो लाख रुपये की अवैध निकासी कर ली. इसे लेकर छह अगस्त को पीड़ित के बयान पर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
मगध मेडिकल थाना क्षेत्र के कलेर गांव के रहेनवाले अभिलाष कुमार सिंह को साइबर अपराधियों ने डीमैट एकाउंट के नाम पर झांसे में लिया और उनसे उस खाते में सात लाख 61 हजार रुपये निवेश करा कर धोखाधड़ी की. जब उन्हें पता चला कि यह फर्जी है, तो उनके बयान पर छह अगस्त को साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी.
सात अगस्त को दो मामले हुए दर्ज
धनगाई थाना क्षेत्र के गोसाई पेसरा गांव के रहनेवाले कमलेश दास को साइबर अपराधियों ने बिजनेस फोन पे पर पांच हजार रुपये बोनस देने के नाम पर झांसे में लिया और उनके बैंक खाते से 40 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली. इसे लेकर सात अगस्त को पीड़ित के बयान पर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
चंदौती ब्लॉक के सामने नारायणगढ़ मुहल्ले में रहनेवाले कुंदन कुमार सिंह को साइबर अपराधियों ने शेयर मार्केट में निवेश करने के नाम पर झांसे में लिया और उनसे छह लाख 76 हजार 352 रुपये की धोखाधड़ी कर लिया. इस मामले को लेकर सात अगस्त को पीड़ित के बयान पर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
आठ अगस्त को दर्ज हुआ 28.46 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला
बोधगया थाना क्षेत्र के पचहट्टी मुहल्ले के रहनेवाले कौशल कुमार यादव के पंजाब नेशनल बैंक के खाते से साइबर अपराधियों ने 28 लाख 46 हजार 372 रुपये की अवैध निकासी कर ली. इस मामले को लेकर आठ अगस्त को पीड़ित के बयान पर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
10 अगस्त को दर्ज हुआ 15.42 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला
बोधगया थाने के रतिबिगहा गांव के रहनेवाले सोनू राजा को साइबर अपराधियों ने शेयर मार्केट के नाम पर झांसे में लिया और उनसे 15 लाख 42 हजार 800 रुपये साइबर अपराधियों ने अपने बैंक खाते में स्थानांतरित करा लिया. इस मामले को लेकर 10 अगस्त को पीड़ित के बयान पर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
12 अगस्त को दर्ज हुए दो मामले
डेल्हा थाना क्षेत्र के खरखुरा-भलुआही मुहल्ले के रहनेवाले चंदन कुमार को साइबर अपराधियों ने शेयर मार्केट के माध्यम से लाभ देने के नाम पर झांसे में लिया और उनसे 10 लाख रुपये की ठगी कर ली. इस मामले को लेकर 12 अगस्त को पीड़ित के बयान पर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
रामपुर थाना क्षेत्र के कटारी हिल रोड-साकेतपुरी कॉलोनी में रहनेवाले विनोद प्रसाद सिंह को साइबर अपराधियों ने उनके मोबाइल फोन पर एक मैसेज भेज कर झांसे में लिया और उनके बैंक खाते से अवैध रूप से पहली बार में 48 हजार रुपये और दूसरी बार में 10 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली. इस मामले को लेकर 12 अगस्त को पीड़ित के बयान पर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
15 अगस्त को दर्ज हुए दो मामले
इमामगंज थाना क्षेत्र के कोसमा- मल्हारी गांव के रहनेवाले हीरामन यादव को साइबर अपराधियों ने इमामगंज ब्लॉक का अधिकारी बता कर सुखाड़ का मुआवजा 12600 रुपये देने के नाम पर उन्हें झांसे में लिया और उनके बैंक खाते से एक लाख 15 हजार 407 रुपये की अवैध निकासी कर ली. इस मामले को लेकर 15 अगस्त को पीड़ित के बयान पर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
शहर के विष्णुपद मुहल्ले में रहनेवाली स्नेहा कुमारी को साइबर अपराधियों ने वर्क फॉर्म होम के जरिये आमदनी कराने के नाम पर झांसे में लिया और उनसे 58 हजार रुपये की ठगी कर ली. इस मामले को लेकर 15 अगस्त को पीड़िता के बयान साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
अत्याधुनिक संसाधनों से लैस होगा साइबर थाना
जिले में लगातार बढ़ रही साइबर घटनाओं पर अंकुश लगाने व त्वरित कार्रवाई करने को लेकर पुलिस मुख्यालय ने गया शहर में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस साइबर थाने की बिल्डिंग बनाने को लेकर एक स्थान चिह्नित करने का निर्देश जिला पुलिस के वरीय अधिकारियों को दिया है. हालांकि, फिलहाल साइबर थाना गया कॉलेज के पास दो-तीन कमरों वाली बिल्डिंग में चल रहा है.
इस बिल्डिंग में कई दशकों तक रामपुर थाना हुआ करता था. बाद में रामपुर थाने की अपनी बिल्डिंग बन जाने के बाद रामपुर थाना वहां से हट गया और उसमें पुलिस सर्किल इंस्पेक्टर का ऑफिस खोल दिया गया. लेकिन, जब गया शहर में साइबर थाना खोलने की बात हुई तो पुलिस सर्किल इंस्पेक्टर ऑफिस को दूसरे जगह स्थानांतरित कर उसमें साइबर थाना खोल दिया गया. अब इसी साइबर थाना को अत्याधुनिक संसाधनों से लैस करने में करोड़ों रुपये खर्च करने की योजना है.