Bihar News: बिहार के बोधगया में बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अपने भक्तों को काथा सुना रहे हैं. इसी दौरान उन्होंने 160 किलोमीटर यात्रा करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि नककटों ने वैष्णव धर्म को बर्बाद करने के लिए तिरूपति महाराज के प्रसाद में मछली तेल मिला दिया. देश में अब शांति नहीं बल्कि सनातनी क्रांति लाने की आवश्यकता है. इससे देश से जात-पात छुआछूत का भेदभाव मिटेगा.
धीरेंद्र शास्त्री ने कथा के दौरान कहा कि हमारा उद्देश्य यह है कि हिंदुओं की बेटी-बहन पर अत्याचार नहीं हो. पाल घर जैसा कांड दुबारा देखने को नहीं मिले. देश में रामायण नहीं जलाई जाए. बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ जैसा व्यवहार हुआ, वैसा भारत में नहीं हो. बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री की पद यात्रा 21 से लेकर 29 नवंबर तक 160 किलोमीटर की होगी. इस दौरान वे गांव-गांव तक जायेंगे. सबको गले लगाएंगे.
Also Read: झारखंड के CM हेमंत सोरेन आएंगे बिहार, पप्पू यादव के पिता के निधन पर आयोजित सभा में होंगे शामिल
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- 56 हजार की पर्ची तो बहुत छोटी रकम
धीरेंद्र शास्त्री अपने भक्तों के पूर्वजों का पिंडदान कराने और उन्हें भागवत कथा सुनाने के लिए गया के बोधगया से 5 किलोमीटर दूर सम्बोधि रिट्रीट में रुके हैं. आज उनके कथा का दूसरा दिन है. उन्होंने बीती रात अपने भक्तों को कथा भी सुनाई. पर्ची कटवाने वाले भक्तों की एंट्री पर अपनी सफाई भी दी. कहा कि 56 हजार की पर्ची तो बहुत छोटी रकम है.
56 लाख की होती तो हम कुछ सोचते भी. लोगों के बीच अफवाह फैलाने का काम किया जा रहे हैं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हमारे लिए सभी भक्त समान हैं. यह अलग बात है कि यहां आने वाले भक्तों के लिए अलग व्यवस्था की गई है. जिसमें काफी खर्च होता है और कोई मसला नहीं है.
ये वीडियो भी देखें