Bihar News: गया में गर्भ ठहराने के नाम पर शर्मनाक काम, फिर कार्रवाई के डर से भागे चिकित्सक और उसके सहयोगी
Bihar News: गया में एक चिकित्सक गर्भ ठहराने के लिए 40 हजार रुपए लेकर दवा डलवा लिया. लेकिन, एक महीने के बाद जांच करायी, तो गर्भ ठहरने का संकेत नहीं मिला.
Bihar News: गया के चंदौती प्रखंड क्षेत्र के पीरबिगहा गांव की रहनेवाली एक महिला को गर्भ ठहराने की दवा देने के नाम पर महिला चिकित्सक के द्वारा 40 हजार रुपये की ठगी व सहयोगी के द्वारा छेड़खानी करने का मामला प्रकाश में आया है. इस मामले को लेकर पीड़िता के बयान पर कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पीड़िता ने कोतवाली थाने के दारोगा को बताया है कि शादी के तीन वर्ष बीत गये और उन्हें मातृत्व का सुख नहीं मिला, तो वह एक महिला चिकित्सक के पास गयी. इलाज के दौरान महिला चिकित्सक ने बताया कि उनके पति में ही गड़बड़ी है. दवा डालने से गर्भ ठहर जायेगा. इसमें 40 हजार रुपये खर्च आयेगा.
धोखाधड़ी और छेड़खानी का आरोप
महिला चिकित्सक के अनुसार 40 हजार रुपये जमा कर दवा डलवा लिया. लेकिन, एक महीने के बाद जांच करायी, तो गर्भ ठहरने का संकेत नहीं मिला. तब वह महिला चिकित्सक से संपर्क किया, तो उन्होंने समझा कर चला दिया. दोबारा उनसे रुपये मांगने क्लिनिक में गयी, तो चिकित्सक और उनके सहयोगी ने महिला के साथ दुर्व्यवहार करते हुए छेड़खानी की गई. जब महिला ने पूछताछ करने की कोशिश की तो उसके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते गाली-गलौज किया गया. इस दौरान आसपास के लोग जुट गये तो महिला चिकित्सक व उनका सहयोगी वहां से भाग निकले. इधर, पीड़िता के बयान पर कोतवाली थाने के दारोगा ने महिला चिकित्सक व उसके सहयोगी पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर मामले की छानबीन में जुट गयी है.
Also Read: Bihar Land Survey: बिहार सरकार ने जारी किया नया नोटिस, अब भूमि सर्वे में इन कागजातों की जरूरत नहीं
नाबालिग से दुष्कर्म करने का आरोपित सिकरिया मोड़ से गिरफ्तार
गया जिले के इमामगंज में एक नाबालिग लड़की से हुए दुष्कर्म मामले में पुलिस टीम ने गया शहर स्थित सिकरिया मोड़ के पास से आरोपित को गिरफ्तार किया है. इसकी जानकारी इमामगंज डीएसपी अमित कुमार ने अपने कार्यालय में एक प्रेस कॉफ्रेंस आयोजित कर दी. उन्होंने बताया कि थाना क्षेत्र के एक गांव में तीन सितंबर को सात साल की नाबालिग बच्ची के साथ गांव के ही 35 वर्षीय भोला भुइंया के द्वारा दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया. घटना की सूचना मिलते ही वरीय अधिकारियों को इसकी जानकारी देते हुए एफएसएल की टीम को सूचना दी गयी. उसके बाद डायल-112 की टीम के द्वारा दुष्कर्म पीड़ित लड़की को इलाज के लिए सीएचसी इमामगंज में भर्ती कराया गया. जहां से चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया. पीड़िता की मां के फर्द बयान के आधार पर नामजद आरोपित भोला भुइयां के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी. आरोपी को गया के सिकड़िया मोड़ बस स्टैंड के पास से रामपुर थाने के पुलिस अधिकारी व जवानों ने आरोपित भोला भुइंया को गिरफ्तार कर लिया गया.