बिहार में निवेशकों के लिए अच्छी खबर है. केंद्र सरकार के राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास और कार्यान्वयन ट्रस्ट के न्यासी बोर्ड ने गया में एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर (आईएमसी ) के लिए परियोजना को समर्थन दे दी है. इस परियोजना में 1350 करोड़ से अधिक के निवेश की संभावना है. खास बात यह होगी कि 1670 एकड़ क्षेत्रफल के साथ यह राज्य का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र होगा.
उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव संदीप पौंद्रिक ने इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि की है. उन्होंने इसके समर्थन के संबंध में अपने औपचारिक एक्स हैंडल पर की है. उल्लेखनीय है कि यह परियोजना अमृतसर कोलकाता औद्योगिक कॉरिडोर के दायरे में है.
बिहार में एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर के विकास के लिए, राज्य सरकार ने गया जिले के शेरघाटी उपविभाग के अंतर्गत डोभी ब्लॉक में जमीन चिह्नित की है. क्लस्टर की स्थापना से हजारों लोगों को प्रत्यक्ष तौर पर रोजगार हासिल होगा. बिहार में बड़े निवेश आने की सम्भावना बनेंगी. जानकारी के मुताबिक यह क्लस्टर केंद्र के सहयोग से विकसित किया जायेगा. क्लस्टर में निवेशकों को विश्वस्तरीय सुविधाएँ दी जाती हैं. जानकारों के मुताबिक बिहार के लैंड बैंक में अब इजाफा हो जायेगा. दिसंबर में होने वाली इन्वेस्टर समिट के मद्देनजर क्लस्टर को समर्थन मिलना बड़ी बात मानी जा रही है.