भारतमाला प्रोजेक्ट में गुरुआ में 40 स्थानों पर अवरोध

डीएम डॉ त्यागराजन व एडीएम राजस्व परितोष कुमार की मौजूदगी में समाहरणालय के सभागार में भू-अर्जन विभाग से संबंधित समीक्षा बैठक हुई.

By Prabhat Khabar News Desk | June 6, 2024 11:05 PM

गया. डीएम डॉ त्यागराजन व एडीएम राजस्व परितोष कुमार की मौजूदगी में समाहरणालय के सभागार में भू-अर्जन विभाग से संबंधित समीक्षा बैठक हुई. इस दौरान अमृतसर-दिल्ली-कोलकाता औद्योगिक कॉरिडोर, एनएच-119डी भारत माला (आमस से रामनगर) व एनएच दो आदि की समीक्षा की गयी. एनएच-119 डी भारतमाला आमस से रामनगर-दरभंगा निर्माण योजना की समीक्षा में बताया गया कि इस योजना के तहत कुल 57 राजस्व ग्राम हैं तथा इसकी प्राक्कलित राशि 254.733 करोड़ में से 189.03 करोड़ रुपये रैयत के बीच मुआवजा वितरित हो चुका है. जिला भू अर्जन पदाधिकारी ने बताया कि 2890 रैयतों में से 1896 रैयतों को भुगतान करवा दिया गया है. इस योजना के तहत गुरारू अंचल क्षेत्र में 284 रैयतों का एलपीसी, परैया में 125, बेलागंज में 139, टिकारी में 279, आमस में 14 व गुरुआ में 64 रैयतों का एलपीसी निर्गत नहीं हुआ है. डीएम ने नारागजी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया है कि सभी संबंधित अंचलाधिकारी अपने अमीन एव राजस्व कर्मचारियों को लगाकर कैंप मोड में एलपीसी अगले सात दिनों में 100 प्रतिशत करायें. जहां भी रैयतों का नाम स्पष्ट है, उन मामलों में हर हाल में तीन दिनों में एलपीसी निर्गत करें. शेष मामलों में राजस्व कर्मचारी के माध्यम से नोटिस तामिला करवाकर एलपीसी निर्गत कराये. जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने बताया कि अब तक 1864 एलपीसी विभिन्न अंचलों द्वारा निर्गत हुए थे, उसके एवज में 1864 रैयतों को मुआवजा भुगतान भी करवा दिया जा चुका है. उन्होंने बताया कि गुरुआ के काज मौजा व आमस के गंगटी मौजा में सड़क निर्माण थोड़ा धीमा है, संबंधित अंचलाधिकारी उसे तेजी से समाधान कराये. डीएम ने निर्देश दिया है कि जिस भी मौजा या रकबा का एलपीसी निर्गत है, उन मामलों के मुआवजा भुगतान में कोई देरी नहीं करें. प्रोजेक्ट के प्रॉजेक्ट डायरेक्टर ने बताया कि सभी छोटे-छोटे स्ट्रेच को पजेशन दिलवाकर सड़क निर्माण करवाने हेतु आलाधिकारियों की सहयोग अपेक्षित है. डीएम ने सभी आलाधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रॉजेक्ट डायरेक्टर के माध्यम से जो भी जहां भी पजेशन की आवश्यकता पड़े, उन्हें मदद करे, ताकि बरसात के पहले ज्यादा से ज्यादा स्ट्रेच का काम पूरा हो सके. गुरुआ में 40 अवरोध वाले स्थल चिह्नित किये गये हैं. इसके अलावा गुरारू में पांच स्थानों पर अवरोध स्थल चिह्नित किया गया है. इन स्थलों पर कैंप करवाकर तेजी से समाधान करवाते हुए योजना को पूर्ण करवाने को कहा है.

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