गया के लोग पानी के लिए परेशान, बुडको जलापूर्ति को लेकर गंभीर नहीं
गया नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में मेयर समेत पार्षदों ने बुडको पर लगाये. सभी ने कहा कि शहर के कई इलाके जल संकट झेल रहे हैं. लेकिन बुडको जलापूर्ति को लेकर गंभीर नहीं है.
Gaya News: जलापूर्ति को लेकर गया शहर में बुडको गंभीर नहीं है. पानी को लेकर शहर के लोग परेशान हैं और पदाधिकारी गहरी नींद में सो रहे हैं. अगर यह स्थित रही, तो बुडको को राशि देना बंद करने का फैसला सरकार को कर लेना चाहिए. वार्ड नंबर सात के पंचायती आखड़ा, वार्ड 34 के पुलिस लाइन, डेल्हा, नयी गोदाम, रमना रोड सहित अन्य मुहल्ले जल संकट झेल रहे हैं. उक्त बातें नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में मेयर वीरेंद्र कुमार व अन्य सदस्यों ने कही.
उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, पार्षद प्रतिनिधि इन्हें फोन करते हैं, तो इनके इंजीनियर साफ कह देते हैं कि गेवाल बिगहा इलाका में पानी पहुंचाना उनके बस की बात नहीं है. बैठक में मेयर की अनुमति से संचालन सशक्त स्थानी समिति के सदस्य अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने किया. मेयर ने कहा कि इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है. गर्मी से शहरवासी परेशान हैं. ऐसे में शहर की सड़कों पर मशीन से पानी का छिड़काव किया जाये. इससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी.
तालाबों व पार्कों का बचाया जायेगा अस्तित्व
मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि शहर के घुघरीटांड, सरयू तालाब व गदालोल सरोवर के सौंदर्यीकरण के लिए टेंडर निकाला जा रहा है. इसमें सरोवरों की सफाई के साथ पाथवे, चहारदीवारी, लाइट आदि का व्यवस्था किया जायेगा. इससे शहर सुंदर दिखे. साथ ही शहर के जलस्तर भी बरकरार रह सके. उन्होंने कहा कि वहीं शहर में स्थित पार्कों का भी दिन लौटने वाले हैं. पार्कों का सौंदर्यीकरण का भी निर्णय बैठक में लिया गया है. बैठक में शहर के विकास को लेकर कई कार्ययोजना बनी.
डिप्टी मेयर चिंता देवी बैठक में कर्मचारियों के मुद्दे को लेकर आगबबूला दिखीं. बैठक के बीच में ही डिप्टी मेयर ने कहा कि कर्मचारियों को बहुत पहले से यहां एसीपी का पैसा दिया जा रहा था. अब कुछ लोगों के कहने पर कर्मचारियों के वेतन से पहले दिये गये एसीपी के पैसों को काटा जा रहा है. पेंशन देंगे नहीं, एसीपी मिलेगा नहीं, तो ऐसे में कैसे कोई काम कर सकेगा. इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि बैठक में यह एजेंडा में मुद्दा बहस के लिए नहीं रखा गया है. पैसे की कटौती कोर्ट के आदेश के बाद की जा रही है. इस पर डिप्टी मेयर ने कहा कि अन्य जगह पर इस तरह का काम निगम प्रशासन नहीं करता है.
जीबी रोड व केपी रोड में लगेंगी तिरंगा रोप लाइटें
सशक्त के सदस्य ने कहा कि शहर में प्रधान सड़क जीबी रोड और केपी रोड में तिरंगा रोप लाइटें लगाने का निर्णय लिया गया. सड़क किनारे लगे सभी बिजली के पोल पर तिरंगा लाइटें बहुत जल्द ही लगेंगी. इससे रात में शहर एक अलग लुक में दिखायी पड़ेगा. ऐसे शहर में कचहरी रोड, विष्णुपद रोड, माता सीता पथ, चांदचौरा क्षेत्र रात में तिरंगा लाइट से जगमग रहता है.
उन्होंने बताया कि शहर में खराब पड़े चापकाल, मिनी जलापूर्ति केंद्र एवं प्याऊ को दुरुस्त किया जायेगा. रखरखाव करने वाली एजेंसी ने कहा कि पहले 12 प्रतिशत जीएसटी लगता था. अब 18 प्रतिशत जीएसटी काटा जाता है. इसलिए काम करने में दिक्कत हो रही है. बैठक में निर्णय लिया गया कि जीएसटी के अंतर को निगम से समायोजन किया जायेगा.
सीएनजी वाहन से होगी कचरे की ढुलाई
सदन में नगर आयुक्त ने कहा कि शहर के सफाई व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जायेगा. कचरे की ढुलाई अब सीएनजी वाहन से होगा. पहले से ज्यादातर जगहों पर सीएनजी गाड़ी से कचरे का उठाव किया जा रहा है.शहर के 80 फीसदी नालों की सफाई पूरा कर लिया गया है. बाकि, नालों के सफाई का काम चार दिनों में पूरा हो जायेगा.
कनीय अभियंता पर कठोर कार्रवाई का निर्णय
कनीय अभियंता दिनकर प्रसाद पर रोड निर्माण में पैसा निकासी करने का मामला उठाया गया. यहां पर कहा गया कि बिना रोड बनाये ही पैसा निकाल लिया गया है. इस मामले में कनीय अभियंता पर पहले भी कार्रवाई का निर्णय बैठक में लिया जा चुका है. इस बार उन्हें निलंबित करने का निर्णय लिया जाता है. नगर आयुक्त ने बताया कि विभागीय कार्रवाई के साथ वेतन पर रोक लगा दिया गया है. ऐसे देखा जाये, तो लगभग इंजीनियर पर यहां कोई-न-कोई आरोप है ही. सभी के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जा रही है.
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में डिप्टी मेयर चिंता देवी, नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा, मनोज कुमार, धर्मेंद्र कुमार, विनोद कुमार यादव, चुन्नू खान, स्वर्णलता वर्मा, तबस्सुम परवीन, उपनगर आयुक्त शिवनाथ ठाकुर, सफाई के नोडल अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिन्हा, सिटी मैनेजर आसिफ सेराज आदि मौजूद थे.