गया में पितृ पक्ष मेले से पहले सीएम नीतीश कुमार श्रद्धालुओं को एक बड़ी सौगात देने जा रहे हैं. फल्गू नदी पर करीब 334 करोड़ रुपये की लागत से देश के सबसे बड़े रबड़ डैम और पुल का गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उद्घाटन करेंगे. इसका मकसद पितरों का श्राद्ध करने वाले श्रद्धालुओं के लिए पूरे साल फल्गू नदी में पानी उपलब्ध करवाना है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस महत्वाकांक्षी योजना का शिलान्यास 22 सितंबर 2020 को किया था. उस वक्त योजना को तीन साल में यानी सितंबर 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन जून 2021 में योजना की प्रगति की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्रद्धालुओं को इस योजना का लाभ पितृपक्ष महा संगम 2022 के पहले उपलब्ध कराने के निर्देश दिये थे. इसके बाद तेजी से काम कर जल संसाधन विभाग ने निर्धारित समय से एक साल पहले ही डैम का निर्माण पूरा करा लिया है.
जल संसाधन विभाग ने फल्गू नदी के दूसरे किनारे (दाएं तट) पर स्थित सीताकुंड की तरफ श्रद्धालुओं के पैदल जाने के लिए 411 मीटर लंबे स्टील ब्रिज का निर्माण और फल्गू के बाएं तट की तरफ एक जबकि दाएं तट की तरफ दो घाटों का निर्माण भी कराया गया है. इसके अलावा ब्रिज से सीताकुंड तक पैदल पथ का भी निर्माण कराया गया है.
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सीताकुंड के बारे में मान्यता है कि माता सीता ने अपने ससुर दशरथ जी के लिए यहीं पिंडदान किया था. फल्गु नदी पर 411 मीटर लंबा पैदल स्टील पुल के निर्माण से विष्णुपद मंदिर से सीताकुंड तक पहुंचना भी अब सुगम हो गया है. इस डैम के निर्माण से अब फल्गु नदी में स्नान, तर्पण एवं पिंडदान के लिए देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को जल के लिए तरसना नहीं पड़ेगा.