वार्ड में नहीं आये डॉक्टर तो टेंशन नहीं, बिहार के इस अस्पताल में मरीजों को मिलेगी ऑनलाइन बात करने की सुविधा
नोडल अधिकारी डॉ एनके पासवान ने बताया कि टैब के माध्यम से डॉक्टर के चैंबर में बैठे रहते हुए मरीज सीधे अपने वार्ड से ही वीडियो कॉल के तर्ज पर बात कर सकेंगे. फिलहाल इमरजेंसी के नीचे वाले आइसोलेशन वार्ड में पांच टैब लगाये गये हैं.
गया : मगध मेडिकल कोविड अस्पताल में चिकित्सीय व्यवस्था को अपडेट करने की तैयारी कई स्तर पर चल रही है. मरीजों की शिकायत रहती थी कि डॉक्टर उन्हें देखने नहीं पहुंचते हैं. किसी तरह की परेशानी होने पर अन्य कर्मचारियों के सहारे डॉक्टरों को बताना होता है. इस शिकायत को दूर करने के लिए पॉजिटिव मरीजों के वार्ड में टैब लगायी जा रही है. इमरजेंसी के नीचे वाले वार्ड में यह काम पूरा कर लिया गया है.
वीडियो कॉल के तर्ज पर कर सकेंगे बात
अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड के नोडल अधिकारी डॉ एनके पासवान ने बताया कि टैब के माध्यम से डॉक्टर के चैंबर में बैठे रहते हुए मरीज सीधे अपने वार्ड से ही वीडियो कॉल के तर्ज पर बात कर सकेंगे. फिलहाल इमरजेंसी के नीचे वाले आइसोलेशन वार्ड में पांच टैब लगाये गये हैं. इसके बाद ऊपर के तल्ले वाले आइसोलेशन वार्ड में टैब लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. जल्द ही सारा काम पूरा कर लिया जायेगा.
एक बार डॉक्टर राउंड भी करेंगे
उन्होंने बताया कि इसके माध्यम से डॉक्टरों से फेस-टू-फेस बात होने के बाद कोई शिकायत नहीं रहेगी. अपनी परेशानी को आराम से डॉक्टर को बता सकेंगे. ऐसे दिक्कत होती थी कि किट पहने हुए डॉक्टर वार्ड में जाते थे और वे जल्दी-जल्दी सभी मरीज को देखना चाहते थे. ऐसे एक बार डॉक्टर राउंड भी करेंगे.
एंबुलेंस ड्राइवर के किट रखने की कर दी गयी है व्यवस्था
नोडल अधिकारी ने बताया कि मर्चरी वैन से संक्रमित के शव को लेकर जाने वाले एंबुलेंस ड्राइवर किट इधर-उधर फेंक दे रहे थे. पिछले दिनों श्मशान घाट से भी शिकायत मिली कि वहां भी ड्राइवर किट खोल कर फेंक दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि उसके बाद अस्पताल परिसर में एक जगह निश्चित कर दिया गया है कि ड्राइवर अगर गाड़ी लेकर लौटते हैं, तो उन्हें यहां ही किट डिस्पोजल के लिए खोल कर रखना होगा. यहां पर प्रोटोकॉल के तहत सारी व्यवस्था दी गयी है.
posted by ashish jha