कोरोना का खौफ : ट्रेन में सफर कर रहे यात्री को खांसी आने पर टॉयलेट में किया बंद, ऐसे बची जान

दुबई से लौटने के बाद महाबोधि एक्सप्रेस से घर जा रहे यात्री को रास्ते में खांसी आने पर बोगी के सहयात्रियों ने उसे कोरोना संक्रमित समझकर टॉयलेट में बंद कर दिया. कानपुर सेंट्रल पहुंचने पर सुरक्षा बलों की मदद से यात्री को टॉयलेट से निकालकर प्लेटफॉर्म पर उतारा गया.

By Samir Kumar | March 19, 2020 5:20 PM
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गया/कानपुर : दुबई से लौटने के बाद महाबोधि एक्सप्रेस से घर जा रहे यात्री को रास्ते में खांसी आने पर बोगी के सहयात्रियों ने उसे कोरोना संक्रमित समझकर टॉयलेट में बंद कर दिया. कानपुर सेंट्रल पहुंचने पर सुरक्षा बलों की मदद से यात्री को टॉयलेट से निकालकर प्लेटफॉर्म पर उतारा गया. यात्री महाबोधि एक्सप्रेस के एसी सेकेंड क्लास (ए-2, बर्थ-6) में सफर कर रहा था. दिल्ली से चलने के बाद उसे खांसी आ गयी.

कोरोना संक्रमित समझ बोगी में सहयात्रियों ने किया हंगामा

दूसरे यात्री उसे कोरोना संक्रमित समझने लगे. बोगी में हंगामा हो गया. इसकी सूचना सेंट्रल स्टेशन को दी गयी. स्वास्थ्य विभाग ने मौके पर दो एंबुलेंस पहुंचा दीं. डॉक्टरों की जांच में वह सामान्य निकला. बाद में गया का टिकट लेकर यात्री दूसरी ट्रेन से घर गया.

दुबई से लौटे थे स्वदेश

बिहार के गया के रहने वाले मो. रियाज अंसारी दुबई से स्वदेश लौटे थे. एयरपोर्ट पर उनकी थर्मल स्कैनिंग हुई जिसमें वह सामान्य निकले. इसके बाद महाबोधि एक्सप्रेस से वह गया जा रहे थे. लगातार सफर से उनकी आंखें लाल हो गयीं. दिल्ली से जब ट्रेन चली तो रास्ते में उन्हें खांसी आ गयी. वह लोगों को बता चुके थे कि दुबई से लौटे हैं.

कोरोना संदिग्ध समझ टॉयलेट में कर दिया बंद

दुबई में कोरोना संक्रमण फैला होने की खबर से लोग सशंकित हो गये. सह यात्रियों ने उन्हें कोरोना संदिग्ध समझ लिया और पकड़कर टॉयलेट में बंद कर दिया. बोगी में अफरातफरी मच गयी. एक यात्री ने सेंट्रल स्टेशन पर फोन कर दिया कि कोरोना संक्रमित यात्री सफर कर रहा है. सेंट्रल स्टेशन के चिकित्सक ने स्वास्थ्य विभाग को फोन करके दो एबुंलेंस बुला लीं. सुरक्षा बल भी प्लेटफॉर्म पर मौजूद रहा.

आरपीएफ जवानों ने टॉयलेट से यात्री को बाहर निकाला

जब ट्रेन रुकी तो आरपी और आरपीएफ के जवानों ने जाकर टॉयलेट खोला और यात्री को बाहर निकाला. रेलवे के चिकित्सक डॉ. ऋषि दीक्षित ने यात्री की जांच की. उसका स्वास्थ्य सामान्य निकला. डॉ. दीक्षित ने बताया कि उसे एक घंटे में एक बार भी खांसी नहीं आयी. यात्री की जांच के दौरान ट्रेन चली गयी. यात्री बाद में टिकट बनवाकर घर गया. डॉ. दीक्षित का कहना है कि यात्री का टिकट कानपुर तक का ही था. घर जाने के लिए उसने यहां से टिकट बनवाया.

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